Bhopal: भोपाल में दुष्कर्म और ब्लैकमेल कांड से मचा हड़कंप, मंत्री विश्वास सारंग बोले—दोषियों को नहीं मिलेगी कोई राहत, प्रदेश स्तर पर बनी SIT

Bopal: भोपाल में दुष्कर्म और ब्लैकमेल कांड से मचा हड़कंप, मंत्री विश्वास सारंग बोले—दोषियों को नहीं मिलेगी कोई राहत, प्रदेश स्तर पर बनी SIT
भोपाल में सामने आया कॉलेज छात्राओं के साथ दुष्कर्म और ब्लैकमेल का मामला मध्य प्रदेश में सनसनी का विषय बन गया है। इस गंभीर अपराध पर राज्य के कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग ने सख्त प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि सरकार इस मामले को अत्यंत गंभीरता से ले रही है और दोषियों को किसी भी हाल में नहीं बख्शा जाएगा। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि प्रदेश स्तर पर विशेष जांच टीम (SIT) का गठन कर दिया गया है, जो पूरे राज्य में फैले ऐसे मामलों की गहन जांच करेगी।
मंत्री विश्वास सारंग ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, “पहले भोपाल में इस मामले की जांच के लिए SIT बनाई गई थी, लेकिन जब अन्य शहरों से भी इसी तरह के मामले सामने आए, तब हमने प्रदेश स्तर पर SIT बनाने का निर्णय लिया। यह केवल एक अपराध नहीं, बल्कि योजनाबद्ध धर्मांतरण और महिलाओं की गरिमा पर हमला है। इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
सरकार की ओर से यह भी साफ किया गया है कि मामले में सिर्फ भोपाल तक सीमित रहकर कार्रवाई नहीं की जाएगी, बल्कि प्रदेश भर में फैले ऐसे नेटवर्क को खत्म करने के लिए ठोस रणनीति अपनाई जाएगी। मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पहले ही धर्म स्वातंत्र्य अधिनियम के तहत सख्त कानून बना चुकी है और इसी के तहत कार्रवाई को और प्रभावी बनाया जाएगा।
विश्वास सारंग ने गहरी नाराजगी जताते हुए कहा कि यह एक बेहद निंदनीय कृत्य है, जिसमें महिलाओं को निशाना बनाया गया और उन्हें ब्लैकमेल कर मानसिक, शारीरिक और सामाजिक रूप से प्रताड़ित किया गया। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ अपराध नहीं, बल्कि एक सोची-समझी साजिश है और इसका उद्देश्य केवल व्यक्तिगत शोषण नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और धार्मिक अस्थिरता फैलाना भी है।
उन्होंने यह भी चेताया कि सरकार इस प्रकार के अपराधों के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति पर काम कर रही है और SIT की रिपोर्ट आने के बाद सभी दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने के लिए कानूनी कार्रवाई में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। साथ ही, पूरे मामले में शामिल सभी व्यक्तियों और संगठनों को चिन्हित कर उनकी भूमिका की विस्तृत जांच की जाएगी।
मंत्री सारंग ने लोगों से भी अपील की कि वे ऐसे मामलों को लेकर सतर्क रहें, पुलिस को सहयोग करें और किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तत्काल साझा करें। उन्होंने यह आश्वासन दिया कि पीड़िताओं की पहचान गोपनीय रखी जाएगी और उन्हें हर संभव कानूनी और सामाजिक सहायता दी जाएगी।
भोपाल की यह घटना सिर्फ एक शहर की कहानी नहीं है, यह पूरे समाज के लिए चेतावनी है कि किस तरह की मानसिकता हमारे युवाओं और बेटियों को निशाना बना रही है। राज्य सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अपराध चाहे किसी भी स्तर पर हो, उसे जड़ से खत्म करने के लिए हर संभव कदम उठाया जाएगा।