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Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया कर्तव्य पथ पर ‘कर्तव्य भवन’ का उद्घाटन, सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट को मिली नई गति

Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया कर्तव्य पथ पर ‘कर्तव्य भवन’ का उद्घाटन, सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट को मिली नई गति

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राजधानी दिल्ली में सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास योजना के तहत निर्मित “कर्तव्य भवन” का उद्घाटन किया। यह अत्याधुनिक सरकारी कार्यालय परिसर कर्तव्य पथ पर स्थित है और सरकार के प्रमुख मंत्रालयों को एक छत के नीचे लाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है। फिलहाल ‘कर्तव्य भवन-3’ पूरी तरह तैयार हो चुका है, जबकि अन्य दो इमारतों – कर्तव्य भवन-1 और 2 – इसी महीने के अंत तक तैयार हो जाएंगी।

यह आधुनिक ऑफिस कॉम्प्लेक्स लगभग 1.5 लाख वर्ग मीटर क्षेत्र में फैला हुआ है और इसमें दो बेसमेंट तथा सात मंजिलें शामिल हैं। कर्तव्य भवन न केवल सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, बल्कि यह प्रशासनिक दक्षता, संसाधनों के बेहतर उपयोग और आधुनिक भारत की कार्यसंस्कृति का प्रतीक भी है।

प्रधानमंत्री मोदी ने उद्घाटन समारोह में कहा कि यह भवन न केवल ईंट और सीमेंट से बना है, बल्कि यह “कर्तव्य” की भावना और राष्ट्रीय सेवा की भावना का भी प्रतीक है। उन्होंने कहा कि जब सभी जरूरी मंत्रालय एकीकृत स्थान पर एकत्र होंगे, तो निर्णय प्रक्रिया तेज़ होगी, समन्वय बेहतर होगा और जनता को अधिक प्रभावी शासन मिलेगा।

इन मंत्रालयों के कार्यालय होंगे शामिल:

  • गृह मंत्रालय
  • विदेश मंत्रालय
  • ग्रामीण विकास मंत्रालय
  • सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (MSME)
  • कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय (DoPT)
  • पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय
  • प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार (PSA) का कार्यालय

अब तक ये मंत्रालय शास्त्री भवन, कृषि भवन, उद्योग भवन, निर्माण भवन जैसी इमारतों में कार्यरत थे, जो 1950 से 1970 के दशक के बीच बनाई गई थीं। इन पुरानी इमारतों की जर्जर स्थिति और तकनीकी सीमाओं को देखते हुए सरकार ने इन्हें स्थानांतरित करने का निर्णय लिया।

निर्माण से जुड़ी प्रमुख जानकारियाँ:
कर्तव्य भवन के निर्माण का ठेका लार्सन एंड टुब्रो को वर्ष 2021 में दिया गया था, जिसने ₹3,141.99 करोड़ की सबसे कम बोली लगाकर यह कार्य अपने हाथ में लिया था। कर्तव्य भवन के तीनों ब्लॉक — CCS बिल्डिंग 1, 2 और 3 — उसी अनुबंध का हिस्सा हैं।

सेंट्रल विस्टा मास्टर प्लान के अंतर्गत केंद्र सरकार ने 2022 में राजपथ का पुनर्विकास कार्य पूरा कर उसका नाम बदलकर ‘कर्तव्य पथ’ कर दिया था। इसके बाद, 2023 में नई संसद भवन का उद्घाटन हुआ। उपराष्ट्रपति के लिए नया एन्क्लेव पहले ही बन चुका है, जबकि प्रधानमंत्री के नए आवास और कार्यालय का निर्माण कार्य अभी प्रगति पर है।

कर्तव्य भवन के उद्घाटन से यह स्पष्ट हो गया है कि सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट अब अपने प्रमुख लक्ष्यों की ओर तीव्र गति से बढ़ रहा है, और दिल्ली का प्रशासनिक परिदृश्य पूरी तरह से आधुनिक ढांचे की ओर अग्रसर है।

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