Delhi: दिल्ली रोहिणी में मरम्मत के दौरान दो मंजिला इमारत ढही, चार श्रमिक घायल, कोई हताहत नहीं

Delhi: दिल्ली रोहिणी में मरम्मत के दौरान दो मंजिला इमारत ढही, चार श्रमिक घायल, कोई हताहत नहीं
नई दिल्ली, 4 जुलाई 2025 — दिल्ली के रोहिणी सेक्टर-7 में एक पुरानी दो मंजिला इमारत मरम्मत के दौरान अचानक ढह गई, जिसमें पहली मंजिल पर काम कर रहे चार श्रमिक मामूली रूप से घायल हो गए। गनीमत यह रही कि हादसे के वक्त नीचे सड़क पर कोई नहीं था, अन्यथा बड़ा दुर्घटना हो सकती थी। पुलिस और दमकल विभाग ने तुरंत मौके पर पहुंचकर मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया है। शुरुआती जांच से पता चला है कि इमारत की जर्जर हालत और अवैध निर्माण के कारण यह हादसा हुआ है।
रोहिणी के डी-12 साईं बाबा मार्केट स्थित इस इमारत में बुधवार शाम को मरम्मत का कार्य चल रहा था। इसी दौरान पहली और दूसरी मंजिल भरभराकर गिर गईं। मलबे में फंसे श्रमिकों ने खुद ही बाहर निकलने में सफलता पाई। तुरंत सूचना मिलने पर पुलिस, दमकल, डीडीएमए, एनडीआरएफ, एमसीडी सहित अन्य बचाव दल घटनास्थल पर पहुंचे। दिल्ली फायर सर्विस के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि शाम 4:02 बजे हादसे की सूचना मिली और पांच दमकल गाड़ियां मौके पर भेजी गईं। मलबा सड़क पर गिरने से ट्रैफिक बाधित हो गया था, जिसे दिल्ली नगर निगम की मशीनों की मदद से हटाया गया।
स्थानीय निवासियों के अनुसार यह इमारत लगभग 45 वर्ष पुरानी है। भूतल और पहली मंजिल 1981-84 के बीच आवंटित की गई थी, लेकिन बाद में बिना अनुमति के दूसरी मंजिल का निर्माण किया गया। पिछले लगभग 15 वर्षों से यह इमारत व्यवसायिक उपयोग में थी। छह महीने पहले एक बिल्डर ने इसे खरीदा और मरम्मत कार्य शुरू कराया था। मरम्मत के दौरान पहली मंजिल पर शोरूम बनाने के लिए दीवारें हटाई जा रही थीं, तभी यह दुर्घटना हुई।
पुलिस ने क्राइम टीम और फॉरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) की मदद से मामले की जांच शुरू कर दी है। रोहिणी उत्तरी थाना पुलिस मृतकों और आसपास के लोगों से पूछताछ कर रही है। इमारत के मालिक और ठेकेदार की तलाश जारी है।
अधिकारीयों ने बताया कि यह हादसा शाम के 4 बजे हुआ, जो एक तरह से सौभाग्यपूर्ण था क्योंकि शाम 6 बजे के बाद आसपास लोगों की भारी भीड़ लग जाती है, जिससे हादसे का परिणाम बहुत गंभीर हो सकता था।
इस घटना के बाद रोहिणी जोन में ऐसी जर्जर और अवैध निर्माण वाली इमारतों के सर्वेक्षण का काम तेज कर दिया गया है। मानसून से पहले इनकी पहचान कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके।