Barabanki Accident: बाराबंकी में औसानेश्वर महादेव मंदिर में करंट लगने से मचा हड़कंप, डेढ़ दर्जन श्रद्धालु घायल, सीएम योगी ने किया मुआवजे का ऐलान

Barabanki Accident: बाराबंकी में औसानेश्वर महादेव मंदिर में करंट लगने से मचा हड़कंप, डेढ़ दर्जन श्रद्धालु घायल, सीएम योगी ने किया मुआवजे का ऐलान
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में सावन के तीसरे सोमवार को बड़ा हादसा हो गया जब औसानेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन के लिए उमड़ी भीड़ के बीच बिजली का तार टूटकर गिर गया। इस हादसे में टीन शेड करंट की चपेट में आ गया, जिससे भगदड़ मच गई और करीब डेढ़ दर्जन से अधिक शिवभक्त घायल हो गए। मंदिर में दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालुओं में अफरा-तफरी फैल गई।
यह हादसा उस समय हुआ जब हजारों श्रद्धालु सोमवार को शिव दर्शन के लिए औसानेश्वर महादेव मंदिर पहुंचे थे। सावन का तीसरा सोमवार होने के कारण मंदिर परिसर में अपार भीड़ थी। इसी दौरान अचानक मंदिर परिसर के ऊपर से गुज़र रहा बिजली का एक तार टूटकर गिरा और वह टीन शेड से टकरा गया। टीन में करंट उतरते ही लोगों को झटका लगने लगा। कई लोग इसकी चपेट में आ गए और कुछ श्रद्धालु बेहोश होकर ज़मीन पर गिर पड़े। घटनास्थल पर भगदड़ की स्थिति बन गई और वहां चीख-पुकार मच गई।
स्थानीय प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर तुरंत घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों की टीम ने घायलों का प्राथमिक उपचार किया और कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।
हादसे की जानकारी मिलते ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तुरंत संज्ञान लिया और मृतकों के परिजनों को पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने घायलों के बेहतर इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। साथ ही उन्होंने जिला प्रशासन को राहत और बचाव कार्य में पूरी तत्परता से जुटने के लिए कहा है।
मुख्यमंत्री योगी ने इस घटना को अत्यंत दुखद बताया और मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि सरकार हर संभव सहायता मुहैया कराएगी और प्रशासन को निर्देशित किया गया है कि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए तत्काल प्रभाव से विद्युत सुरक्षा की समीक्षा की जाए।
यह हादसा ठीक उस दिन के अगले दिन हुआ जब उत्तराखंड के हरिद्वार में मनसा देवी मंदिर में भगदड़ मची थी। इससे लगातार दूसरे दिन मंदिरों में सुरक्षा व्यवस्था और भीड़ नियंत्रण को लेकर गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनज़र अब राज्य सरकार पर दबाव बढ़ रहा है कि वह ऐसे धार्मिक स्थलों पर बेहतर सुरक्षा मानक स्थापित करे।