Roorkee Crime: उत्तराखंड में गर्भवती महिला के साथ दरिंदगी, घर में घुसकर दो बार रेप कर आरोपी फरार

Roorkee Crime: रुड़की में गर्भवती महिला से दरिंदगी, घर में घुसकर रेप कर आरोपी फरार
उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के रुड़की में इंसानियत को शर्मसार करने वाली एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक युवक ने गर्भवती महिला के साथ हैवानियत की हदें पार कर दीं। यह वारदात शुक्रवार की देर रात उस समय घटी जब महिला का पति घर पर मौजूद नहीं था। आरोपी ने सुनसान घर को निशाना बनाते हुए जबरन भीतर घुसकर गर्भवती महिला को बंधक बना लिया और उसके साथ दुष्कर्म की घिनौनी हरकत को अंजाम देकर फरार हो गया।
घटना कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की है, जहां देर रात आरोपी विनीत उर्फ बंदर, जो लिब्बरहेड़ी गांव का रहने वाला है, पीड़िता के घर में घुस गया। महिला ने जब इसका विरोध किया तो आरोपी ने उसके साथ मारपीट भी की, जिससे उसे गंभीर चोटें आईं। दर्द और डर से चीखती महिला उस वक्त पूरी तरह अकेली थी। आरोपी ने उसे धमकाते हुए चुप रहने को कहा और उसे जबरन कमरे में बंद करके दरिंदगी को अंजाम दिया।
घटना के दौरान महिला का पति किसी निजी काम से बाहर गया हुआ था। जब वह देर रात वापस लौटा तो उसने घर का दरवाजा भीतर से बंद पाया और अंदर से पत्नी की कराहने की आवाजें सुनीं। किसी तरह दरवाजा खोलने पर उसने देखा कि उसकी पत्नी बेहद घायल और सदमे में है। इस दौरान आरोपी छत के रास्ते से कूदकर फरार हो गया।
घटना की जानकारी मिलते ही पीड़िता के पति ने तत्काल पुलिस को सूचना दी। पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की। फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया, जिसने घटनास्थल से जरूरी सबूत और नमूने एकत्र किए। इसके बाद पीड़िता को मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा गया, जिसकी रिपोर्ट के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
पीड़िता ने पुलिस को दी गई तहरीर में आरोपी का नाम साफ तौर पर बताया है। इंस्पेक्टर शांति कुमार गंगवार ने जानकारी दी कि आरोपी विनीत उर्फ बंदर के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की दुष्कर्म और अन्य गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस की टीमें लगातार आरोपी की तलाश में संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही हैं। पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा।
यह वारदात न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि महिलाएं, वह भी गर्भवती और कमजोर अवस्था में, किस हद तक असुरक्षित हैं। स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर भारी आक्रोश है और सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है। पुलिस प्रशासन पर दबाव है कि इस संवेदनशील मामले में तेजी से न्याय दिलाया जाए।