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L&T Warehouse: कानपुर में L&T कंपनी के गोदाम में भीषण आग, तीन घंटे में पाया काबू, 10 करोड़ का नुकसान

L&T Warehouse: कानपुर में L&T कंपनी के गोदाम में भीषण आग, तीन घंटे में पाया काबू, 10 करोड़ का नुकसान

कानपुर के पनकी इलाके में शुक्रवार रात उस समय हड़कंप मच गया जब मेट्रो ट्रैक का निर्माण कर रही एल एंड टी (L&T) कंपनी के बड़े गोदाम में अचानक भीषण आग लग गई। यह घटना रात करीब 9:20 बजे की बताई जा रही है। गोदाम में मोबिल ऑयल, केमिकल, कपड़ा, प्लास्टिक और लोहे जैसी ज्वलनशील सामग्री भरी हुई थी, जो देखते ही देखते लपटों में घिर गई।

आग की लपटें इतनी भयंकर थीं कि लगभग एक किलोमीटर दूर तक धुएं का गुबार दिखाई दे रहा था। आसपास के लोग दहशत में घरों से बाहर निकल आए। सूचना मिलते ही दमकल विभाग की आठ गाड़ियां और 35 से अधिक फायर ब्रिगेड कर्मी मौके पर पहुंचे और तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। राहत की बात यह रही कि इस भीषण आगजनी में कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन कंपनी को लगभग 10 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

जानकारी के मुताबिक यह गोदाम पनकी पड़ाव क्षेत्र में रोहित बाजपेई के घर के पीछे स्थित है। एल एंड टी कंपनी के प्रशासनिक अधिकारी महेंद्र सिंह राठौर ने बताया कि गोदाम में मेट्रो ट्रैक के नीचे बिछाने वाला प्लास्टिक बुश, स्क्रैप, केमिकल और अन्य उपकरण रखे गए थे। शुक्रवार रात करीब नौ बजे अज्ञात कारणों से गोदाम के ऊपरी हिस्से में आग लग गई। उस समय गोदाम बंद था और अंदर कोई कर्मचारी मौजूद नहीं था। थोड़ी ही देर में आग ने पूरे परिसर को अपनी चपेट में ले लिया।

फायर ब्रिगेड अधिकारियों के अनुसार, गोदाम में मौजूद केमिकल और प्लास्टिक सामग्री के कारण आग तेजी से फैली और उसे काबू में करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। दमकल की आठ गाड़ियां बारी-बारी से पानी का छिड़काव करती रहीं। सीएफओ दीपक शर्मा खुद मौके पर पहुंचे और ऑपरेशन की निगरानी की। उन्होंने बताया कि आग पर काबू पाने में तीन घंटे से अधिक का समय लगा।

आग लगने की वजह का अभी तक पता नहीं चल पाया है, लेकिन शुरुआती जांच में शॉर्ट सर्किट की आशंका जताई जा रही है।
आग की तीव्रता को देखते हुए आस-पास के लगभग दस मकानों और एक हॉस्टल को एहतियातन खाली करा लिया गया था। आग के शांत होने के बाद ही लोगों को वापस घरों में जाने की अनुमति दी गई। कंपनी प्रबंधन ने बताया कि इस हादसे में करीब 10 करोड़ रुपये मूल्य की सामग्री जलकर राख हो गई है, जिसमें महंगे उपकरण और निर्माण सामग्री शामिल थी।
सीएफओ दीपक शर्मा ने कहा कि आग के फैलने की मुख्य वजह गोदाम में मौजूद ज्वलनशील पदार्थ थे। उन्होंने आश्वासन दिया कि घटना की पूरी जांच की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
राहत की बात यह रही कि दमकलकर्मियों की तत्परता से कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन इस हादसे ने एक बार फिर औद्योगिक क्षेत्रों में सुरक्षा मानकों की पोल खोल दी है।

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