Hyderabad Blast: हैदराबाद के पास केमिकल फैक्ट्री में भीषण ब्लास्ट, 10 की मौत, दर्जनों घायल

Hyderabad Blast: हैदराबाद के पास केमिकल फैक्ट्री में भीषण ब्लास्ट, 10 की मौत, दर्जनों घायल
तेलंगाना के संगारेड्डी जिले के पाटनचेरू मंडल में सोमवार को एक भीषण औद्योगिक दुर्घटना ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया। सीगाची इंडस्ट्रीज़ नामक एक केमिकल फैक्ट्री में हुए जोरदार विस्फोट ने देखते ही देखते कई जिंदगियों को निगल लिया। शुरुआती जानकारी के अनुसार, इस हादसे में कम से कम 10 लोगों की मौत हो चुकी है और 20 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हैं।
घटना की भयावहता का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि धमाका इतना तेज था कि आसपास के इलाकों में भी कंपनियों और घरों की दीवारें हिल गईं। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, फैक्ट्री के अंदर काम कर रहे मजदूरों को कुछ समझ में ही नहीं आया और लोग जान बचाकर इधर-उधर भागने लगे।
विस्फोट फैक्ट्री में स्थित एक रिएक्टर में तकनीकी खराबी के कारण हुआ बताया जा रहा है। जब यह रिएक्टर फटा, तो उसके साथ ही पूरी यूनिट में आग फैल गई। विस्फोट के बाद लगी आग ने पूरे संयंत्र को अपनी चपेट में ले लिया। दमकल की दो गाड़ियां मौके पर पहुंच चुकी हैं और राहत एवं बचाव कार्य जारी है, लेकिन फैक्ट्री में ज्वलनशील रसायनों की मौजूदगी के कारण आग पर काबू पाना बेहद चुनौतीपूर्ण बन गया है।
हादसे के समय फैक्ट्री के भीतर लगभग 40 कर्मचारी मौजूद थे। विस्फोट के तुरंत बाद बड़ी संख्या में मजदूर अंदर फंस गए, जिनमें से कई को बाहर निकालने में सफलता मिली, लेकिन कुछ लोगों की मौत जलने और मलबे में दबने से हो गई।
स्थानीय प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए अतिरिक्त टीमों को भेजा है और आसपास के अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है। घायलों को संगारेड्डी और हैदराबाद के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जिनमें कई की हालत गंभीर बनी हुई है।
इस घटना के बाद उद्योग क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और कर्मचारी फैक्ट्री के बाहर जमा हो गए हैं, जो अपने परिजनों और परिचितों की जानकारी पाने के लिए व्याकुल हैं।
प्रशासन ने कहा है कि हादसे के कारणों की गहराई से जांच की जाएगी। प्रारंभिक जांच में रिएक्टर की तकनीकी खराबी को विस्फोट का कारण माना जा रहा है, लेकिन यह भी देखा जा रहा है कि क्या फैक्ट्री में सुरक्षा मानकों का पालन किया गया था या नहीं।
औद्योगिक सुरक्षा निदेशालय (DISH) और पुलिस ने संयंत्र को सील कर दिया है और कंपनी प्रबंधन से पूछताछ शुरू कर दी है। फैक्ट्री का लाइसेंस, रसायन संग्रहण मानक, और कर्मचारी सुरक्षा प्रोटोकॉल की विस्तार से समीक्षा की जाएगी।
इस दुर्घटना ने एक बार फिर देश की औद्योगिक सुरक्षा व्यवस्थाओं पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यदि शुरुआती आशंका सही साबित होती है कि रिएक्टर में लापरवाही के कारण धमाका हुआ, तो यह मामला महज तकनीकी चूक नहीं बल्कि श्रमिकों की जान के साथ खिलवाड़ कहा जाएगा।
तेलंगाना सरकार ने मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने और घायलों के इलाज का पूरा खर्च उठाने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया गया है और उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं।
फिलहाल मौके पर राहत कार्य तेज़ी से चल रहा है और प्रशासन पूरी तरह से स्थिति को नियंत्रित करने में जुटा है।