Amrit Bharat Station Scheme: प्रधानमंत्री मोदी ने 103 रेलवे स्टेशनों का वर्चुअल उद्घाटन किया, 26,000 करोड़ के विकास कार्यों की शुरूआत

Amrit Bharat Station Scheme: प्रधानमंत्री मोदी ने 103 रेलवे स्टेशनों का वर्चुअल उद्घाटन किया, 26,000 करोड़ के विकास कार्यों की शुरूआत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राजस्थान से वर्चुअल माध्यम से देश के 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में स्थित 103 पुनर्विकसित रेलवे स्टेशनों का भव्य उद्घाटन किया। ये स्टेशन “अमृत भारत स्टेशन योजना” के अंतर्गत आधुनिक और पर्यावरण-मित्र तकनीकों के साथ पुनर्निर्मित किए गए हैं। इस योजना का उद्देश्य भारतीय रेलवे के बुनियादी ढांचे को विश्व स्तरीय बनाना और यात्रियों को बेहतर, सुरक्षित तथा आरामदायक सुविधाएं उपलब्ध कराना है।
इन 103 रेलवे स्टेशनों का विकास करीब 1100 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। ये स्टेशन देश के 86 जिलों में फैले हैं, जिनमें आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पुडुचेरी, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल जैसे महत्वपूर्ण राज्य शामिल हैं। हर स्टेशन की डिजाइन में स्थानीय संस्कृति, परंपरा और वास्तुकला का समावेश किया गया है, ताकि यात्रियों को न केवल एक आधुनिक अनुभव मिले बल्कि वे भारत की विविध सांस्कृतिक धरोहर का भी हिस्सा महसूस कर सकें।
प्रधानमंत्री मोदी ने बीकानेर जिले के देशनोक में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि रेलवे स्टेशन किसी भी शहर का पहला परिचय होते हैं, इसलिए इन्हें आधुनिक भारत के नए स्वरूप का दर्पण बनाना आवश्यक है। उन्होंने स्पष्ट किया कि “अमृत भारत स्टेशन योजना” केवल स्टेशन भवनों की मरम्मत और नवीनीकरण नहीं है, बल्कि यह पूरे यात्रा अनुभव को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का प्रयास है। इस योजना से न केवल यात्रियों को बेहतर सुविधा मिलेगी, बल्कि इससे स्थानीय व्यापार, पर्यटन, रोजगार और क्षेत्रीय विकास को भी मजबूती मिलेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत तेज गति से इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में निवेश बढ़ा रहा है और पिछले कुछ वर्षों में इस क्षेत्र में खर्च छह गुना हो चुका है। उन्होंने बताया कि वंदे भारत, अमृत भारत और नमो भारत जैसी आधुनिक ट्रेनें देश की नई रफ्तार का प्रतीक हैं। साथ ही, अब देश के अधिकांश ब्रॉड गेज ट्रैक्स पर बिना फाटक वाली क्रॉसिंग खत्म हो चुकी है, जिससे सुरक्षा और गति में सुधार हुआ है। पूरा रेल नेटवर्क अब आधुनिक, तेज और सुरक्षित बन चुका है।
इन स्टेशनों के डिज़ाइन में विशेष रूप से साफ-सफाई, दिव्यांगजनों के लिए विशेष सुविधाएं, पर्यावरण सुरक्षा, सौर ऊर्जा का उपयोग, जल संरक्षण और ग्रीन बिल्डिंग तकनीकों को अपनाया गया है। यह सभी पहलू इस बात का प्रमाण हैं कि भारतीय रेलवे न केवल यात्री सुविधाओं के लिए बल्कि पर्यावरण के प्रति भी जिम्मेदार है। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भारत आज आत्मनिर्भर बनने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है और रेलवे आधुनिकीकरण में भी यह आत्मनिर्भरता झलक रही है। अमृत भारत स्टेशन योजना केवल एक निर्माण कार्य नहीं, बल्कि देश की नई सोच, नवाचार और दूरदर्शिता का प्रतीक है।
प्रधानमंत्री मोदी ने जोर देकर कहा कि रेलवे आज केवल यात्रा का साधन नहीं, बल्कि विकास की मुख्य धुरी बन चुका है जो हर नागरिक को सुविधा, सुरक्षा और सम्मान प्रदान करता है। उनका यह अभियान वर्तमान को सुधारने के साथ-साथ आने वाली पीढ़ियों के लिए एक मजबूत आधार भी तैयार कर रहा है। इस कायाकल्प से भारतीय रेलवे आने वाले वर्षों में देश की आर्थिक और सामाजिक गति को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।