Uttarakhand Accident: चंपावत में बड़ा सड़क हादसा, बारातियों की बोलेरो 200 मीटर गहरी खाई में गिरी, 5 की मौत, 5 गंभीर

Uttarakhand Accident: चंपावत में बड़ा सड़क हादसा, बारातियों की बोलेरो 200 मीटर गहरी खाई में गिरी, 5 की मौत, 5 गंभीर
उत्तराखंड के चंपावत जिले में मंगलवार देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया, जिसने पूरे क्षेत्र को शोक में डूबो दिया। बारात से लौट रही बोलेरो गाड़ी अचानक अनियंत्रित होकर लगभग 200 मीटर गहरी खाई में गिर गई। हादसा इतना भीषण था कि वाहन के परखच्चे उड़ गए और मौके पर ही पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि अन्य पांच गंभीर रूप से घायल हो गए। इस हादसे की खबर गांव और आस-पास के क्षेत्रों में तेज़ी से फैल गई, जिसके बाद मातम का माहौल बन गया और लोग घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े।
जानकारी के अनुसार बोलेरो में कुल दस लोग सवार थे और वे बारात से वापस लौट रहे थे। घटना बागधार क्षेत्र के पास हुई, जहां सड़क बेहद संकरी और ढलान वाली है। रात के समय अंधेरा और पहाड़ी मोड़ होने के कारण वाहन का संतुलन बिगड़ गया। SDRF और स्थानीय पुलिस को सूचना मिलते ही तुरंत राहत अभियान शुरू किया गया। पहाड़ी और खतरनाक इलाके में रेस्क्यू ऑपरेशन बेहद कठिन था और रोप सिस्टम, स्ट्रेचर और टॉर्च की मदद से जवानों ने खाई में उतरकर घायलों और शवों को बाहर निकाला।
SDRF की टीम पोस्ट चंपावत से CT राजेंद्र सिंह के नेतृत्व में मौके पर पहुंची। स्थानीय ग्रामीणों ने भी रेस्क्यू कार्य में अहम भूमिका निभाई। घायलों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है। अस्पताल प्रशासन के अनुसार कुछ घायलों की हालत नाजुक बनी हुई है और उन पर विशेष निगरानी रखी जा रही है।
हादसे में जान गंवाने वालों की पहचान 40 वर्षीय प्रकाश चंद्र उनियाल, 35 वर्षीय केवल चंद्र उनियाल, 32 वर्षीय सुरेश नौटियाल, 6 वर्षीय प्रियांशु चौबे और 28 वर्षीय भावना चौबे के रूप में हुई है। इन नामों की पुष्टि होने के बाद पूरे समुदाय में शोक की लहर दौड़ गई। विवाह समारोह की खुशियाँ कुछ ही घंटों में मातम में बदल गईं।
वहीं घायलों में 38 वर्षीय देवीदत्त पांडे, 12 वर्षीय धीरज उनियाल, 14 वर्षीय राजेश जोशी, 5 वर्षीय चेतन चौबे और भास्कर पांडा शामिल हैं। प्रशासन ने हादसे की जांच शुरू कर दी है और वाहन की तकनीकी स्थिति के साथ-साथ सड़क सुरक्षा аспектों की भी समीक्षा की जा रही है। पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया पूरी होने के बाद शव परिजनों को सौंप दिए जाएंगे।
इस घटना ने एक बार फिर पहाड़ी इलाकों में सड़क सुरक्षा और रात के समय वाहन संचालन को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से सड़क चौड़ीकरण, मजबूत सुरक्षा रेलिंग और पर्याप्त रोशनी जैसी सुविधाओं की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके।



