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Jammu Kashmir Encounter: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़, अमरनाथ यात्रा के पहले जत्थे को मिली हरी झंडी

Jammu Kashmir Encounter: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़, अमरनाथ यात्रा के पहले जत्थे को मिली हरी झंडी

जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के दुर्गम और घने जंगलों वाले क्षेत्र चटरू के कुचल इलाके में बुधवार को आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच जबरदस्त मुठभेड़ शुरू हो गई। अधिकारियों ने जानकारी दी कि 2 जुलाई की शाम जैसे ही सेना और सीआरपीएफ की मदद से जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इलाके में तलाशी अभियान और घेराबंदी शुरू की, आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों को देखते ही गोलियां चलानी शुरू कर दी। इसके बाद क्षेत्र में एक तीव्र मुठभेड़ छिड़ गई, जो समाचार लिखे जाने तक जारी थी।

इस ऑपरेशन को सुरक्षा एजेंसियों द्वारा एक सटीक खुफिया जानकारी के आधार पर अंजाम दिया गया, जिसमें आतंकियों की मौजूदगी की पुष्टि की गई थी। शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार, आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के दो से तीन आतंकियों के इलाके में छिपे होने की आशंका जताई जा रही है। जवाबी कार्रवाई में सुरक्षाबलों ने पूरे क्षेत्र को घेर लिया है और मुठभेड़ को अंजाम देने के लिए अतिरिक्त बलों को तैनात कर दिया गया है, जिससे किसी भी तरह के नुकसान को रोका जा सके और आतंकवादियों को निष्क्रिय किया जा सके।

मुठभेड़ ऐसे समय में हुई है जब जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा एजेंसियां अमरनाथ यात्रा को लेकर हाई अलर्ट पर हैं। बुधवार को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जम्मू से तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जो इस पवित्र वार्षिक तीर्थयात्रा की औपचारिक शुरुआत मानी जा रही है। यात्रा का आधिकारिक आरंभ 3 जुलाई से होना है, और तीर्थयात्री दो प्रमुख मार्गों — बालटाल और पहलगाम — से पवित्र गुफा की ओर बढ़ेंगे।

इस बीच, जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-44) पर सुरक्षा को अत्यधिक सख्त कर दिया गया है। यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हर संवेदनशील क्षेत्र में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। अमरनाथ यात्रा हमेशा से आतंकी गतिविधियों के निशाने पर रही है, ऐसे में किसी भी प्रकार की चूक से बचने के लिए प्रशासन ने जमीन से लेकर आकाश तक सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए हैं। ड्रोन निगरानी, सीसीटीवी कैमरे, डॉग स्क्वॉड और बम डिस्पोजल यूनिट को भी सक्रिय कर दिया गया है।

सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि किश्तवाड़ की इस मुठभेड़ का उद्देश्य अमरनाथ यात्रा के दौरान किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने की योजना को नाकाम करना हो सकता है। इसी को देखते हुए राज्य भर में सतर्कता बढ़ा दी गई है और खुफिया एजेंसियों के साथ समन्वय को मजबूत किया गया है।

सरकार की ओर से यह स्पष्ट कर दिया गया है कि अमरनाथ यात्रा को शांतिपूर्ण और सुरक्षित ढंग से पूरा करवाना सर्वोच्च प्राथमिकता है, और इसके लिए किसी भी प्रकार की रियायत नहीं दी जाएगी। मुठभेड़ से संबंधित और अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है, लेकिन प्रशासन की तरफ से यह संकेत दिया गया है कि किसी भी साजिश को सफल नहीं होने दिया जाएगा।

 

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