Nashik Bulldozer Action: नासिक में अवैध दरगाह हटाने की कार्रवाई ने पैदा किया उथल-पुथल, पुलिस बल के साथ बुलडोजर ने बढ़ाई सुरक्षा

Nashik Bulldozer Action: नासिक में अवैध दरगाह हटाने की कार्रवाई ने पैदा किया उथल-पुथल, पुलिस बल के साथ बुलडोजर ने बढ़ाई सुरक्षा
महाराष्ट्र के नासिक जिले में काठे गली के एक विवादास्पद धार्मिक स्थल पर कार्रवाई के दौरान हालात इतनी खराब हो गए कि पूरा इलाका तत्काल छावनी में तब्दील कर दिया गया। अवैध दरगाह जिसे नगर निगम ने अनधिकृत घोषित किया था, को हटाने के आदेश के तहत बुधवार को बुलडोजर और भारी पुलिस बल के साथ नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची। इस कार्रवाई से पहले मंगलवार देर रात माहौल में भारी उथल-पुथल मच गई थी, जब विरोध में जमा लोगों ने पुलिस और नगर निगम की टीम पर पथराव करना शुरू कर दिया था।
लगभग पंद्रह दिन पहले जारी नोटिस में स्पष्ट रूप से कहा गया था कि काठे गली में स्थित इस दरगाह से किसी भी प्रकार का अतिक्रमण हटाना अनिवार्य है, अन्यथा सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। नोटिस की समयसीमा समाप्त होने के बाद भी यदि अतिक्रमण नहीं हटाया गया, तो नगर निगम ने कोर्ट से मिले सख्त आदेश के अनुरूप कार्रवाई करने का निर्णय लिया। इस कड़ी कार्रवाई की पृष्ठभूमि में कोर्ट द्वारा 22 फरवरी को नासिक के अन्य हिस्सों में अवैध धार्मिक स्थलों पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान यह मामला अदालत में प्रस्तुत हुआ था, जहां कोर्ट ने यह साफ निर्देश दिया कि काठे गली की दरगाह पूरी तरह से अनधिकृत है और इसे तुरंत हटाया जाए।
कार्रवाई की शुरुआत से पहले ही माहौल अत्यंत तनावपूर्ण हो चुका था। जैसे ही पुलिस बल ने बुलडोजर सहित कार्रवाई के प्रयास किए, बड़ी संख्या में लोग मौके पर जमा हो गए। भीड़ के अचानक पथराव से न केवल पुलिस बल पर अत्यधिक ताना-बाना उतर आया, बल्कि मामले में शामिल चार अधिकारियों के साथ कुल 15 पुलिसकर्मी घायल भी हो गए। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे तथा हल्के लाठीचार्ज का सहारा लिया, जिससे हिंसक भीड़ को खदेड़ा जा सके। हिंसा के दौरान कई वाहनों को भी नुकसान पहुंचा, जिससे इलाके में और भय का माहौल उत्पन्न हो गया।
इस पूरे प्रकरण में प्रशासन ने स्पष्ट रूप से कहा कि कार्रवाई कोर्ट के आदेश और कानून के दायरे में की जा रही है, जिससे अतिक्रमण हटाने के साथ ही साथ शहर में कानून व्यवस्था कायम रखी जा सके। नासिक पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि “हमने स्थिति को पूरी तरह नियंत्रित कर लिया है और किसी भी तरह की अशांति या हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। स्थानीय लोगों से अपील की जा रही है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और शांत वातावरण बनाए रखें।” पुलिस ने साथ ही यह भी बताया कि इलाके में यातायात को वैकल्पिक मार्गों पर डायवर्ट कर दिया गया है और सीसीटीवी फुटेज की सहायता से पथराव में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है।
काठे गली इलाके को, जो कि नासिक के द्वारका क्षेत्र में स्थित है, अब भारी पुलिस बल के साथ छावनी में बदल दिया गया है। नगर निगम की टीम और पुलिस बल मिलकर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को अंजाम दे रहे हैं। यह मामला न केवल अवैध निर्माण के खिलाफ एक सख्त संदेश देता है, बल्कि प्रशासन द्वारा कानून और व्यवस्था बनाए रखने के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को भी उजागर करता है। यहां पर स्थानीय प्रशासन की तत्परता और निर्णय की दृढ़ता ने यह सुनिश्चित किया है कि किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि या अशांति को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।