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Virat Kohli Retires From Test Cricket: विराट कोहली ने कहा टेस्ट क्रिकेट को अलविदा, 14 साल के शानदार करियर का अंत

Virat Kohli Retires From Test Cricket: विराट कोहली ने कहा टेस्ट क्रिकेट को अलविदा, 14 साल के शानदार करियर का अंत

भारतीय क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है। 14 साल लंबे अपने गौरवशाली करियर को विराम देते हुए 36 वर्षीय कोहली ने इंस्टाग्राम पर भावुक पोस्ट के जरिए यह जानकारी दी। उन्होंने लिखा कि यह फैसला लेना आसान नहीं था, लेकिन अब सही समय है। कोहली अब सिर्फ वनडे क्रिकेट में खेलना जारी रखेंगे और सफेद जर्सी में उनका सफर अब थम गया है।

विराट कोहली का यह फैसला ऐसे वक्त आया है जब चयनकर्ता इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए टीम चुनने की तैयारी कर रहे थे। इससे पहले रविचंद्रन अश्विन और रोहित शर्मा भी टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं। कोहली आखिरी बार इस साल ऑस्ट्रेलिया दौरे पर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत के लिए टेस्ट खेलते नजर आए थे। उन्होंने पर्थ टेस्ट में शतक जरूर लगाया था, लेकिन सीरीज में टीम को 1-3 से हार का सामना करना पड़ा था।

2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ किंग्सटन में डेब्यू करने वाले विराट कोहली ने अपने करियर में 123 टेस्ट मैच खेले और 46.85 की औसत से 9230 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 30 शतक और 31 अर्धशतक जड़े। खास बात यह है कि कोहली ने टेस्ट में सबसे ज्यादा 7 दोहरे शतक लगाए हैं, जो किसी भी भारतीय बल्लेबाज के लिए रिकॉर्ड है। इस मामले में उन्होंने सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और राहुल द्रविड़ जैसे दिग्गजों को भी पीछे छोड़ दिया।

कोहली सिर्फ शानदार बल्लेबाज ही नहीं, बल्कि भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान भी रहे हैं। उनकी कप्तानी में भारत ने 68 टेस्ट खेले, जिसमें 40 में जीत हासिल की। जब कोहली ने कमान संभाली थी, तब भारतीय टीम टेस्ट रैंकिंग में सातवें स्थान पर थी। लेकिन उनकी अगुवाई में टीम नंबर-1 बनी और विदेशों में भी ऐतिहासिक जीत दर्ज कीं। कोहली की आक्रामक शैली और मैदान पर ऊर्जा ने भारतीय टीम में नई जान फूंकी और टेस्ट क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।

अपने संन्यास की घोषणा करते हुए कोहली ने लिखा, “टेस्ट क्रिकेट में पहली बार ब्लू जर्सी पहने हुए 14 साल हो चुके हैं। मैंने कभी नहीं सोचा था कि यह सफर मुझे कहां ले जाएगा। इसने मुझे परखा, गढ़ा और जीवन के अनमोल सबक सिखाए। सफेद कपड़ों में खेलना एक निजी अनुभव है — लंबी मेहनत, छोटे-छोटे पल, जिन्हें कोई नहीं देखता, लेकिन वो हमेशा आपके साथ रहते हैं। जब मैं इस फॉर्मेट से दूर जा रहा हूं, तो यह आसान नहीं है, लेकिन सही लगता है। मैंने इसे अपना सबकुछ दिया और इसने मुझे मेरी उम्मीद से कहीं ज्यादा दिया।”

टी20 युग में जब छोटी फॉर्मेट्स का बोलबाला था, तब कोहली ने टेस्ट क्रिकेट को लोकप्रिय बनाए रखने में अहम भूमिका निभाई। दिग्गज सर विव रिचर्ड्स ने भी माना कि कोहली के जुनून ने टेस्ट क्रिकेट को जीवित रखा और उनके साथ अक्सर तुलना की जाती रही।

मैदान के बाहर भी विराट की ब्रांड वैल्यू आसमान छू रही है। 1000 करोड़ से ज्यादा की नेटवर्थ और मुंबई से लेकर लंदन तक प्रॉपर्टी के मालिक कोहली कमाई के पिच पर भी चौके-छक्के जड़ते आ रहे हैं। उनके संन्यास के बाद टेस्ट क्रिकेट में भारत के सुनहरे युग का एक और अध्याय बंद हो गया है, लेकिन वनडे में उनका सफर अभी जारी रहेगा।

फैंस अब टेस्ट में विराट के कवर ड्राइव और जज्बे को मिस करेंगे, लेकिन उम्मीद है कि वनडे में वह अपनी चमक बरकरार रखेंगे। विराट कोहली का यह संन्यास भारतीय क्रिकेट के इतिहास में हमेशा यादगार पल बनकर दर्ज रहेगा।

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