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Uttarkashi Cloudburst: उत्तरकाशी बादल फटने की त्रासदी: धराली में रेस्क्यू तेज़, मुख्यमंत्री धामी के निर्देश पर अस्पताल अलर्ट मोड में

Uttarkashi Cloudburst: उत्तरकाशी बादल फटने की त्रासदी: धराली में रेस्क्यू तेज़, मुख्यमंत्री धामी के निर्देश पर अस्पताल अलर्ट मोड में

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में शुक्रवार रात हुई भीषण बादल फटने की घटना ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया है। हादसे के बाद इलाके में जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी, आर्मी और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीमें मलबे में दबे लोगों की तलाश में जुटी हुई हैं। अब तक लगभग 150 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है, जबकि कई अन्य अब भी लापता बताए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना को गंभीरता से लेते हुए राज्य के सभी बड़े अस्पतालों को अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य विभाग को रेस्क्यू ऑपरेशन से जुड़े सभी संभावित पीड़ितों के लिए पूर्ण तैयारी करने को कहा गया है। मुख्यमंत्री ने यह भी सुनिश्चित किया है कि प्रभावित लोगों को बिना किसी देरी के उचित और समय पर इलाज मिले।

स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने जानकारी दी है कि देहरादून, ऋषिकेश सहित राज्य के सभी प्रमुख चिकित्सा संस्थानों में आपदा प्रभावितों के इलाज के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। बड़ी संख्या में बेड रिजर्व कर दिए गए हैं ताकि घायलों को तत्काल भर्ती कर इलाज मुहैया कराया जा सके। साथ ही एंबुलेंस सेवाओं और मेडिकल स्टाफ को हाई अलर्ट पर रखा गया है।

एनडीआरएफ के डीआईजी मोहसिन शहीदी ने बताया कि राहत कार्य में आईटीबीपी, एसडीआरएफ और बीआरओ की टीमें भी लगातार जुटी हुई हैं। प्रभावित क्षेत्र में अस्थायी राहत शिविर स्थापित किए गए हैं। जहां सुरक्षित निकाले गए लोगों को ठहराने, भोजन और चिकित्सा सहायता की व्यवस्था की गई है।

अभी तक की जानकारी के अनुसार, चार शव बरामद किए जा चुके हैं। हालांकि घायलों और लापता लोगों की संख्या 100 से अधिक होने की आशंका है। स्थानीय प्रशासन से सभी सूचनाओं की पुष्टि का इंतजार है।

धराली गांव में इस त्रासदी ने एक बार फिर पहाड़ों की आपदा संवेदनशीलता को उजागर किया है। बारिश और मौसम की अनिश्चितता के बीच उत्तरकाशी समेत उत्तराखंड के कई हिस्सों में भारी वर्षा और भूस्खलन जैसी घटनाओं की आशंका बनी हुई है। सरकार ने मौसम विभाग की चेतावनियों को ध्यान में रखते हुए सभी जिलों में अलर्ट जारी किया है।

मुख्यमंत्री धामी ने आपदा प्रभावितों को हर संभव सहायता का भरोसा दिया है और अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि किसी भी हाल में राहत और बचाव कार्यों में देरी न हो। उन्होंने कहा, “राज्य सरकार हर प्रभावित नागरिक के साथ खड़ी है। जीवन बचाना हमारी पहली प्राथमिकता है।”

इस बीच, स्थानीय लोग और स्वयंसेवी संगठन भी राहत कार्यों में हाथ बंटा रहे हैं। प्रशासन द्वारा हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं ताकि लोग अपने परिजनों की जानकारी प्राप्त कर सकें।

राज्य सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि हादसे की विस्तृत जांच कराई जाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस रणनीति तैयार की जाएगी। पहाड़ी इलाकों में आपदा प्रबंधन व्यवस्था को और अधिक मजबूत करने के संकेत भी मुख्यमंत्री धामी ने दिए हैं।

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