India-Italy Ties: इटली के राष्ट्रीय दिवस के उपलक्ष्य में जयशंकर बोले, भारत अपनी सीमाओं और नागरिकों की सुरक्षा से समझौता नहीं करेगा

India-Italy Ties: इटली के राष्ट्रीय दिवस के उपलक्ष्य में जयशंकर बोले, भारत अपनी सीमाओं और नागरिकों की सुरक्षा से समझौता नहीं करेगा
भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने बुधवार को पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में स्थित आतंकवादी ठिकानों पर भारत द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई का खुलासा करते हुए कहा कि भारत ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत नौ आतंकी अड्डों को सटीक हमलों में तबाह कर दिया। यह प्रतिक्रिया जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए बर्बर आतंकी हमले के बाद दी गई, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई थी।
जयशंकर ने यह अहम बयान नई दिल्ली स्थित इटली के दूतावास में आयोजित एक कार्यक्रम में दिया, जो इटली के राष्ट्रीय दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया था। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद सभी राजनयिकों और प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत ने जिस तरीके से इस आतंकी हमले का जवाब दिया, वह पूरी तरह से ठोस, संतुलित और मजबूती से भरा हुआ था। उन्होंने कहा, “भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंक के अड्डों को लक्षित कर नष्ट किया है, ताकि यह स्पष्ट संदेश दिया जा सके कि भारत अपनी सीमाओं और नागरिकों की सुरक्षा से समझौता नहीं करेगा।”
जयशंकर ने यह भी बताया कि यह कार्रवाई पूरी तरह से सटीक और पूर्व नियोजित थी, जिसमें पाकिस्तान और POK में स्थित आतंकवादी लॉन्चपैड्स को निशाना बनाया गया। उन्होंने कहा, “भारत को अपने नागरिकों की रक्षा करने का पूरा अधिकार है, और अब यह अधिकार वैश्विक स्तर पर भी मान्यता प्राप्त कर चुका है।”
उन्होंने यह भी कहा कि अब दुनिया बदल रही है और आतंकवाद या सीमा पार आतंकवाद के प्रति सहनशीलता समाप्त होती जा रही है। वैश्विक समुदाय भारत के आत्मरक्षा के अधिकार को समझ रहा है और उसका समर्थन कर रहा है। “भारत आतंकवाद को केवल एक सुरक्षा चुनौती नहीं मानता, बल्कि यह एक वैश्विक मानवता के लिए खतरा है, जिसे जड़ से समाप्त करना आवश्यक है,” उन्होंने कहा।
विदेश मंत्री ने इटली का विशेष आभार भी व्यक्त किया और कहा कि हम इटली की सरकार और वहां की जनता के आभारी हैं, जिन्होंने पहलगाम में हुए हमले के बाद भारत के प्रति संवेदना और समर्थन प्रकट किया। उन्होंने कहा कि ऐसे कठिन समय में जब मित्र राष्ट्र साथ खड़े होते हैं, तो वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की स्थिति को और मजबूत बनाता है।
जयशंकर का यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत लगातार वैश्विक मंचों पर आतंकवाद के खिलाफ सख्त नीति अपनाने की वकालत करता रहा है। भारत यह संदेश स्पष्ट कर रहा है कि आतंक के किसी भी रूप को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और यदि आवश्यकता पड़ी तो भारत अपनी संप्रभुता और नागरिकों की रक्षा के लिए हर आवश्यक कदम उठाने को तैयार है।