Operation Sindoor: कश्मीर में आतंक पर करारा प्रहार: 24 घंटे में 6 आतंकी ढेर, 8 की तलाश जारी

Operation Sindoor: कश्मीर में आतंक पर करारा प्रहार: 24 घंटे में 6 आतंकी ढेर, 8 की तलाश जारी
जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ सुरक्षा बलों का अभियान एक निर्णायक मोड़ पर पहुंच गया है। बीते 24 घंटे में सुरक्षा बलों ने दो अलग-अलग ऑपरेशनों में कुल छह आतंकवादियों को ढेर कर दिया, जबकि अभी भी आठ दहशतगर्दों की तलाश जारी है। पुलवामा में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षाबलों ने आतंकियों के खिलाफ अपना शिकंजा और कस दिया है, और यही मुहिम अब तेज़ होती दिखाई दे रही है।
आज श्रीनगर में एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जम्मू-कश्मीर पुलिस, भारतीय सेना और केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के शीर्ष अधिकारियों ने इस अभियान की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हाल ही में त्राल और केरन सेक्टर में चलाए गए दो सटीक ऑपरेशनों में बड़ी सफलता मिली है। इन दोनों ऑपरेशनों के पीछे खुफिया जानकारी और सुरक्षा एजेंसियों के समन्वय की बड़ी भूमिका रही।
आईजीपी कश्मीर वी.के. बिरदी ने प्रेस को जानकारी देते हुए कहा, “पिछले 48 घंटों में हमने दो बड़े ऑपरेशन सफलतापूर्वक अंजाम दिए हैं। ये ऑपरेशन त्राल और केरन के कठिन इलाकों में हुए, जिनमें कुल छह आतंकियों को मार गिराया गया। इन कार्रवाइयों का उद्देश्य सिर्फ आतंकियों को मारना नहीं बल्कि पूरे आतंकी नेटवर्क को खत्म करना है। हम इस दिशा में पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।”
सीआरपीएफ के आईजी मितेश कुमार ने सुरक्षा बलों के साहस और समर्पण की सराहना करते हुए कहा, “यह सफलता हमारे जवानों की बहादुरी, प्रशिक्षण और विभिन्न एजेंसियों के बीच उत्कृष्ट तालमेल का नतीजा है। मैं सभी सुरक्षाकर्मियों को बधाई देता हूं। आने वाले समय में भी इसी तरह के संयुक्त ऑपरेशनों से आतंकवाद का जड़ से सफाया होगा। जनता का भी आभार, जिनका सहयोग और समर्थन हमारे लिए प्रेरणा बना हुआ है।”
सेना और सुरक्षा एजेंसियों ने यह भी स्पष्ट किया कि भविष्य में और अधिक सटीक और आक्रामक ऑपरेशन होंगे, जिससे जम्मू-कश्मीर में शांति और स्थिरता बहाल की जा सके। इस बीच, जिन आठ आतंकियों की तलाश जारी है, उनके ठिकानों की पहचान कर ली गई है और उनके खिलाफ अभियान अभी भी सक्रिय है।
जम्मू-कश्मीर में इस समय सुरक्षाबलों का रवैया बेहद कठोर और निर्णायक है। आतंकी गतिविधियों के लिए कोई स्थान नहीं छोड़ा जा रहा। जनता के सहयोग, जवानों के साहस और सरकार के निर्देशों के चलते ऐसा माना जा रहा है कि आने वाले समय में घाटी से आतंकवाद का सफाया होना तय है।