Embassy Staff Murder: वॉशिंगटन डीसी में यहूदी म्यूजियम के बाहर फायरिंग, इजराइली दूतावास के दो कर्मचारियों की हत्या, ‘फ्री फिलिस्तीन’ के नारे लगाता पकड़ा गया आरोपी

Embassy Staff Murder: वॉशिंगटन डीसी में यहूदी म्यूजियम के बाहर फायरिंग, इजराइली दूतावास के दो कर्मचारियों की हत्या, ‘फ्री फिलिस्तीन’ के नारे लगाता पकड़ा गया आरोपी
अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी में एक दर्दनाक और भयावह घटना सामने आई है। शहर के प्रमुख और व्यस्त क्षेत्र में स्थित कैपिटल यहूदी म्यूजियम के बाहर बुधवार रात एक फायरिंग की घटना में इजराइली दूतावास के दो कर्मचारियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना भारतीय समय अनुसार गुरुवार सुबह करीब 6:35 बजे हुई।
टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के अनुसार, हमलावर ने ‘फ्री फिलिस्तीन’ का नारा लगाते हुए इन दोनों पीड़ितों पर नजदीक से गोलियां चलाईं। मृतकों की पहचान यारोन लिस्चिन्स्की और उनकी मंगेतर साराह मिल्ग्रिम के रूप में हुई है। इजराइली दूतावास ने पुष्टि की है कि दोनों कर्मचारी हाल ही में सगाई कर चुके थे और जल्दी ही विवाह की योजना बना रहे थे। यह हमला तब हुआ जब दोनों यहूदी म्यूजियम से बाहर निकल रहे थे।
वॉशिंगटन डीसी पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए हमलावर को गिरफ्तार कर लिया है। उसकी पहचान एलियास रॉड्रिगेज के रूप में की गई है, जिसकी उम्र 30 साल है और वह शिकागो का रहने वाला है। गिरफ्तारी के दौरान भी वह ‘फ्री फिलिस्तीन’ के नारे लगाता रहा।
पुलिस प्रमुख पामेला स्मिथ ने प्रेस वार्ता में बताया कि घटना सुनियोजित लगती है। संदिग्ध को हमले से पहले म्यूजियम के बाहर घूमते हुए देखा गया था। जब चार लोग म्यूजियम से बाहर निकले, तो उसने सीधे उन पर गोलियां चलाईं। हमले में दो की मौत हुई और दो अन्य को मामूली चोटें आईं।
घटना स्थल शहर के अत्यंत भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में स्थित है, जहां कई राष्ट्रीय म्यूजियम, सरकारी दफ्तर और FBI का मुख्यालय भी मौजूद है।
अमेरिका की होमलैंड सिक्योरिटी सेक्रेटरी क्रिस्टी नोएम ने इस हत्याकांड को “टारगेट किलिंग” करार दिया है और कहा है कि घटना की गंभीर जांच की जा रही है। FBI की ज्वॉइंट टेररिज्म टास्कफोर्स ने इस मामले को अपने हाथ में ले लिया है। FBI चीफ काश पटेल ने आश्वासन दिया कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और जल्द ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
घटनास्थल पर अमेरिकी अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी और अमेरिका में इजराइल के राजदूत येचिएल लीटर भी पहुंचे और सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया।
संयुक्त राष्ट्र में इजराइल के राजदूत डैनी डैनन ने इस घटना को यहूदी विरोधी आतंकवाद करार देते हुए कहा कि यह केवल दो लोगों पर नहीं बल्कि पूरे यहूदी समुदाय पर हमला है। उन्होंने अमेरिका सरकार से आग्रह किया कि इस प्रकार के यहूदी विरोधी हमलों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भी इस घटना पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “यह एक स्पष्ट यहूदी विरोधी हत्या है। अमेरिका में नफरत और कट्टरपंथ के लिए कोई जगह नहीं है।”
फिलहाल पुलिस ने इलाके को सील कर दिया है और नागरिकों से उस क्षेत्र में न जाने की अपील की है। इजराइली झंडा ओढ़े कई लोग घटनास्थल पर पहुंचे और मृतकों को श्रद्धांजलि दी। यह हमला अमेरिका में यहूदी समुदाय की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े करता है।