Udhampur Encounter: जम्मू-कश्मीर में आतंक के खिलाफ सुरक्षाबलों की बड़ी कार्रवाई: उधमपुर में मुठभेड़, बांदीपोरा में लश्कर मॉड्यूल ध्वस्त

Udhampur Encounter: जम्मू-कश्मीर में आतंक के खिलाफ सुरक्षाबलों की बड़ी कार्रवाई: उधमपुर में मुठभेड़, बांदीपोरा में लश्कर मॉड्यूल ध्वस्त
जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले में एक बार फिर आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ की पुष्टि हुई है। क्षेत्र में सुरक्षाबलों की सतर्कता और मजबूत उपस्थिति के चलते आतंकवादियों के खिलाफ लगातार अभियान जारी है। इस मुठभेड़ से संबंधित विस्तृत जानकारी का अभी इंतजार है, लेकिन सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी कर दी है और ऑपरेशन अभी भी सक्रिय रूप से चल रहा है।
इस बीच, बांदीपोरा जिले में पुलिस ने लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े आतंकियों के एक नेटवर्क का भंडाफोड़ कर बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस द्वारा जारी आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, बांदीपोरा पुलिस को विश्वसनीय सूचना मिली थी कि लश्कर से जुड़े कुछ ओवरग्राउंड वर्कर (OGW) अपने आकाओं के इशारे पर एक आपराधिक साजिश रच रहे हैं। इनका उद्देश्य था पुलिस, सुरक्षा बलों और गैर-स्थानीय नागरिकों को निशाना बनाकर घाटी में भय का वातावरण बनाना।
इस इनपुट के आधार पर बांदीपोरा पुलिस ने पूरे जिले में एक विशेष तलाशी अभियान शुरू किया और संवेदनशील इलाकों में नाके लगाए। इसी क्रम में पुलिस ने कानीपोरा नैदखाई सुंबल इलाके में सुरक्षा बलों के साथ मिलकर एक संयुक्त नाका स्थापित किया। जांच के दौरान दो संदिग्ध—मोहम्मद रफीक खांडे और मुख्तार अहमद डार—को गिरफ्तार किया गया। तलाशी के दौरान उनके पास से दो चीनी हैंड ग्रेनेड, एक 7.62 एमएम की मैगजीन और 30 राउंड जिंदा गोलियां बरामद की गईं। दोनों के खिलाफ सुंबल पुलिस थाने में गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, और आगे की जांच की जा रही है।
इस कार्रवाई के कुछ ही घंटों बाद एक और सफलता सुरक्षाबलों को सदुनारा अजास क्षेत्र में मिली, जहां एक और संयुक्त नाका लगाया गया था। जांच के दौरान दो और संदिग्ध—रईस अहमद डार और मोहम्मद शफी डार—को पकड़ा गया। दोनों के पास से भी अवैध हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए, जिनमें एक चीनी हैंड ग्रेनेड, एक 7.62 एमएम मैगजीन और 30 जिंदा कारतूस शामिल हैं। दोनों आरोपियों की पहचान और उनसे बरामद सामग्री से यह स्पष्ट संकेत मिलते हैं कि वे भी लश्कर के मॉड्यूल का हिस्सा थे और संभावित हमलों की योजना में शामिल थे।
पुंछ जिले में भी सुरक्षा बलों का तलाशी अभियान लगातार जारी है। इलाके में संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिलने के बाद से विशेष सतर्कता बरती जा रही है और किसी भी प्रकार की आतंकवादी घुसपैठ की आशंका को समाप्त करने के लिए गहन जांच की जा रही है।
जम्मू-कश्मीर में इन सिलसिलेवार कार्रवाइयों से यह साफ है कि सुरक्षाबल अब सिर्फ रक्षात्मक नहीं, बल्कि आक्रामक रणनीति के तहत काम कर रहे हैं। आतंकियों की योजनाओं को विफल करने और उनके नेटवर्क को तोड़ने के लिए खुफिया इनपुट पर तेजी से कार्रवाई की जा रही है। यह स्थिति संकेत देती है कि केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर घाटी में शांति बहाल करने के अपने प्रयासों को और मजबूत बना रही हैं।