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Chamoli: उत्तराखंड के चमोली में दर्दनाक हादसा: 300 मीटर गहरी खाई में गिरी कार, पांच लोगों की मौत

Chamoli: उत्तराखंड के चमोली में दर्दनाक हादसा: 300 मीटर गहरी खाई में गिरी कार, पांच लोगों की मौत

उत्तराखंड के चमोली जिले में एक दिल दहला देने वाला सड़क हादसा सामने आया है, जिसमें एक कार के 300 मीटर गहरी खाई में गिरने से उसमें सवार पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। यह हादसा शुक्रवार की शाम करीब 6:30 बजे बिरही-निजमुला मार्ग पर गाड़ी गांव के पास हुआ। दुर्घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और राहत दल मौके पर पहुंचा और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया।

पुलिस के अनुसार, यह दर्दनाक घटना उस समय घटी जब एक ऑल्टो K10 कार (रजिस्ट्रेशन नंबर UK11B-3638) पगना गांव में एक शादी समारोह से लौट रही थी। कार जैसे ही गाड़ी गांव के पास एक मोड़ पर पहुंची, चालक ने वाहन से नियंत्रण खो दिया और कार सीधे 300 मीटर नीचे खाई में जा गिरी। दुर्घटना इतनी भयावह थी कि कार में सवार सभी पांच लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। मृतक सभी चमोली जिले के गोलिम गांव के निवासी बताए जा रहे हैं।

घटना की सूचना मिलते ही चमोली थाने से पुलिस की टीम तत्काल घटनास्थल पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया गया। शवों को खाई से निकालने के लिए स्थानीय लोगों की मदद भी ली जा रही है। चमोली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसपी) सर्वेश पंवार ने बताया कि मृतकों की पहचान की जा रही है और दुर्घटना के कारणों की गहन जांच की जा रही है। प्रारंभिक जांच में यह संभावना जताई जा रही है कि सड़क की हालत, अंधेरा और खतरनाक मोड़ दुर्घटना की वजह हो सकते हैं।

यह हादसा ऐसे समय पर हुआ है जब उत्तराखंड में सड़क सुरक्षा को लेकर सरकार लगातार चिंतित है। गौरतलब है कि इससे ठीक एक दिन पहले, 12 अप्रैल को टिहरी गढ़वाल जिले के देवप्रयाग क्षेत्र में एक महिंद्रा थार वाहन अलकनंदा नदी में गिर गया था, जिसमें एक ही परिवार के चार लोगों समेत पांच की मौत हो गई थी।

उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्य में हर साल औसतन 1,000 से ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, जिनमें कई लोगों की जान चली जाती है। राज्य के कई हिस्सों में सड़कों की स्थिति बेहद खतरनाक है—घुमावदार मोड़, संकरी सड़कें, और अक्सर रेलिंग की कमी दुर्घटनाओं को और भी घातक बना देती है। मानसून और सर्दियों के दौरान दृश्यता कम होने से यह जोखिम कई गुना बढ़ जाता है।

सरकार ने इस गंभीर स्थिति को देखते हुए फरवरी 2024 में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में आयोजित कैबिनेट बैठक में “सड़क सुरक्षा नीति 2025” को मंजूरी दी थी। इस नीति का उद्देश्य 2030 तक राज्य में सड़क दुर्घटनाओं को 50 प्रतिशत तक कम करना है। इसके तहत जागरूकता अभियान, बेहतर सड़क निर्माण, चिन्हित ब्लैक स्पॉट्स पर विशेष निगरानी और ड्राइवरों के प्रशिक्षण जैसे कदम उठाए जा रहे हैं।

फिलहाल चमोली हादसे के पीड़ितों के परिजनों को सूचना दी जा रही है और प्रशासन द्वारा हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया गया है। यह हादसा एक बार फिर उत्तराखंड में सड़क सुरक्षा और सतर्कता की जरूरत को सामने लाता है। प्रशासन और आम जनता—दोनों को ही इस दिशा में और गंभीरता से कदम उठाने की जरूरत है ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके।

 

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