Jammu and Kashmir: श्रीनगर में आतंकवाद विरोधी बड़ी छापेमारी, घाटी के 11 स्थानों पर SIA और CRPF की संयुक्त कार्रवाई

Jammu and Kashmir: श्रीनगर में आतंकवाद विरोधी बड़ी छापेमारी, घाटी के 11 स्थानों पर SIA और CRPF की संयुक्त कार्रवाई
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए सुरक्षा एजेंसियों ने एक बार फिर सख्त कदम उठाया है। शनिवार को स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (SIA) ने कश्मीर घाटी में आतंकियों के नेटवर्क को तोड़ने के लिए एक बड़ा अभियान चलाया। इस कार्रवाई में SIA की टीमों ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के सहयोग से श्रीनगर, गांदरबल, हंदवाड़ा, सोपोर और बारामुला के 11 अलग-अलग स्थानों पर एक साथ छापेमारी की गई। यह छापेमारी उन आतंकियों और उनके सहयोगियों के खिलाफ थी जो घाटी में सक्रिय हैं और आतंकवादी गतिविधियों का समर्थन कर रहे हैं।
अधिकारिक सूत्रों के अनुसार, इस अभियान का मकसद उन ओवरग्राउंड वर्कर्स (OGWs) और हमदर्दों को चिन्हित करना है, जो आतंकियों के नेटवर्क को बनाए रख रहे हैं और उनकी मदद कर रहे हैं। फिलहाल किसी की गिरफ्तारी की खबर सामने नहीं आई है, लेकिन छापेमारी पूरी होने के बाद विस्तृत जानकारी जारी की जाएगी।
यह कार्रवाई पिछले कुछ हफ्तों में आतंकवाद से जुड़ी साजिशों की जांच के तहत की गई कई बड़ी छापेमारी का हिस्सा है। 11 मई को भी SIA ने अनंतनाग, पुलवामा, कुलगाम और शोपियां सहित लगभग 20 स्थानों पर एक साथ छापेमारी की थी। इस बार की छापेमारी में विशेष रूप से उन संदिग्धों के ठिकानों पर ध्यान केंद्रित किया गया है जो सोशल मीडिया और एन्क्रिप्टेड प्लेटफॉर्म्स जैसे टेलीग्राम, व्हाट्सएप और सिग्नल के माध्यम से आतंकियों को सुरक्षा बलों और अन्य संवेदनशील जगहों की जानकारी भेजते थे।
कार्यवाही संबंधित क्षेत्रों में कार्यपालक मजिस्ट्रेट्स की उपस्थिति में की गई ताकि कानूनी प्रक्रिया पूरी तरह से सुनिश्चित हो सके। अधिकारियों का मानना है कि जिन व्यक्तियों को निशाना बनाया गया है वे पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के सीधे संपर्क में थे और उनके निर्देशानुसार घाटी में आतंकवादी गतिविधियां संचालित कर रहे थे।
सुरक्षा एजेंसियां इन संदिग्धों के पास से महत्वपूर्ण सबूतों की तलाश कर रही हैं, जो आतंकवादी नेटवर्क को कमजोर करने में सहायक हो सकते हैं। सरकारी अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि घाटी में आतंकवाद को समाप्त करने और वहां स्थायी शांति स्थापित करने के लिए ऐसी कड़ी कार्रवाई आवश्यक है। यह कदम जम्मू-कश्मीर में कानून व्यवस्था को मजबूत करने और आम जनता को सुरक्षा की भावना देने के उद्देश्य से उठाए जा रहे हैं।
इस तरह की प्रभावी कार्रवाइयों से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को मजबूती मिलेगी और घाटी में शांति की उम्मीदें और बढ़ेंगी। सुरक्षा बल पूरी सतर्कता के साथ आतंकियों के खिलाफ लगातार काम कर रहे हैं ताकि जम्मू-कश्मीर को एक बार फिर से हिंसा और आतंक से मुक्त किया जा सके।