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UP Crime: सुल्तानपुर में अयोध्या पुलिस टीम पर हमला, दारोगा की रिवॉल्वर छीनी, वारंटी को पकड़ने गई टीम लौटे अस्पताल

UP Crime: सुल्तानपुर में अयोध्या पुलिस टीम पर हमला, दारोगा की रिवॉल्वर छीनी, वारंटी को पकड़ने गई टीम लौटे अस्पताल

सुल्तानपुर जिले में सुबह उस वक्त सनसनी फैल गई जब अयोध्या के कुमारगंज थाने से सिविल ड्रेस में वारंटी की गिरफ्तारी के लिए गई पुलिस टीम पर जानलेवा हमला कर दिया गया। हलियापुर थाना क्षेत्र के लाला का पुरवा मजरा डोभियारा गांव में वारंटी दशरथ सिंह और उसके परिजनों ने दबिश देने पहुंची टीम को बेरहमी से पीटकर घायल कर दिया। हमला इतना अचानक और उग्र था कि हमलावर पुलिस टीम से उप निरीक्षक अकील हुसैन की सर्विस रिवॉल्वर और मोबाइल फोन भी छीन ले गए।

जानकारी के मुताबिक, कुमारगंज थाना क्षेत्र से उप निरीक्षक अकील हुसैन, उप निरीक्षक भानु प्रताप शाही और कांस्टेबल उमेश गौतम गुरुवार सुबह सिविल ड्रेस में वारंटी दशरथ सिंह को पकड़ने पहुंचे थे। पुलिस टीम एक पुराने जानलेवा हमले से जुड़े मामले के आरोपी को गिरफ्तार करने गई थी। जैसे ही टीम गांव में दाखिल हुई, वारंटी और उसके परिजनों ने अचानक हमला बोल दिया। लाठी-डंडों से हुए इस हमले में तीनों पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए।

हमले के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। पुलिस की कई टीमों ने तुरंत गांव और आसपास के क्षेत्रों में छापेमारी की, लेकिन हमलावरों का सुराग नहीं मिल सका। सीओ बल्दीराय आशुतोष कुमार के अनुसार आरोपियों की तलाश तेज कर दी गई है और जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।

उप निरीक्षक भानु प्रताप शाही ने हलियापुर थाने में पांच नामजद और चार अज्ञात लोगों के खिलाफ तहरीर दी है, जिस पर पुलिस ने सरकारी कार्य में बाधा, मारपीट, जानलेवा हमला, सरकारी हथियार छीने जाने और अन्य गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।

पूरा मामला 14 नवंबर की रात हुए जानलेवा हमले से जुड़ा है। राहुल मिश्रा की ओर से दर्ज शिकायत में कहा गया था कि लेबर को लेकर हुए विवाद के चलते सुभाष उर्फ अंशुमान और आदर्श सिंह बाइक से आए और राहुल पर गोली चलाकर फरार हो गए। गनीमत रही कि राहुल बाल-बाल बच गए। उसी मामले में नामजद वारंटी को पकड़ने के लिए पुलिस टीम गांव पहुंची थी, जहां उन पर यह हमला हुआ।

घटना के बाद इलाके में तनाव है और कई थानों की पुलिस गांव में तैनात कर दी गई है। पुलिस का कहना है कि सरकारी हथियार छीने जाने को अत्यंत गंभीर अपराध माना गया है और इसके लिए विशेष टीमें गठित कर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही है।

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