Mangolpuri Bulldozer Action: मंगोलपुरी में मस्जिद पर बुलडोजर कार्रवाई: भारी पुलिस बल की तैनाती, कोर्ट आदेश के बाद प्रशासन ने संभाला मोर्चा
दिल्ली के मंगोलपुरी इलाके में बुधवार सुबह से ही भारी सुरक्षा बंदोबस्त के बीच एक बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई शुरू हुई। Y ब्लॉक और उसके आसपास के क्षेत्रों को पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने पूरी तरह से घेर लिया। सड़कों पर चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबल तैनात कर दिए गए हैं और पूरे क्षेत्र को निगरानी के घेरे में ले लिया गया है।
इस कार्रवाई का कारण एक विवादित मस्जिद है, जिसे लेकर लंबे समय से कानूनी विवाद चल रहा था। अब कोर्ट के स्पष्ट आदेश के बाद मस्जिद के अवैध निर्माण को हटाने की कार्यवाही नगर निगम और स्थानीय प्रशासन की टीमों द्वारा शुरू की गई है। यह बुलडोजर कार्रवाई बेहद संवेदनशील मानी जा रही है, इसी कारण इलाके में किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए प्रशासन पूरी सतर्कता के साथ मोर्चा संभाले हुए है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, इस मस्जिद का मामला वर्षों से विवादों में रहा है और इसे लेकर कई बार स्थानीय लोगों और प्रशासन के बीच तनातनी भी देखी गई है। कोर्ट में लंबी सुनवाई के बाद अंततः आदेश आया कि मस्जिद के जिस हिस्से का निर्माण अवैध रूप से किया गया है, उसे हटाया जाए।
कार्रवाई के दौरान कई बटालियन सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। पुलिस ड्रोन कैमरों की मदद से भी इलाके की निगरानी कर रही है और संवेदनशील क्षेत्रों पर विशेष नजर रखी जा रही है। किसी भी प्रकार के विरोध प्रदर्शन या अशांति की आशंका के चलते पुलिस ने पहले से ही सख्त कदम उठा लिए हैं। आसपास के बाजारों को अस्थायी रूप से बंद करवा दिया गया है और वाहनों की आवाजाही भी सीमित कर दी गई है।
स्थानीय प्रशासन का कहना है कि यह कार्रवाई पूरी तरह कोर्ट के आदेशों के अनुरूप और कानून के दायरे में की जा रही है। नगर निगम के अधिकारी मौके पर मौजूद हैं और लगातार निगरानी में यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि किसी भी तरह की जन असुविधा न हो और शांति बनी रहे।
इस कार्रवाई ने एक बार फिर से दिल्ली में बुलडोजर राजनीति और धार्मिक स्थलों के निर्माण को लेकर संवेदनशील बहस को जन्म दे दिया है। हालांकि, प्रशासन का दावा है कि कानून से ऊपर कोई नहीं है और अवैध निर्माण चाहे किसी भी संस्था या समुदाय का हो, उसे हटाया जाएगा।
स्थिति को देखते हुए पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। सोशल मीडिया पर भी निगरानी रखी जा रही है, ताकि कोई भ्रामक जानकारी फैलाकर माहौल को बिगाड़ने की कोशिश न कर सके।