Delhi Blast: ISIS आतंकियों ने RSS कार्यालय को बनाया निशाना, आजादपुर मंडी की टोह ली
देश में सुरक्षा एजेंसियों ने एक बड़ी आतंकी साजिश का सफलतापूर्वक पर्दाफाश किया है। सूत्रों के अनुसार, आईएसआईएस से जुड़े तीन आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनका मकसद देश में बड़े पैमाने पर हमले की योजना बनाना था। शुरुआती जांच में पता चला कि ये आतंकवादी लखनऊ स्थित RSS कार्यालय की रेकी कर चुके थे और दिल्ली के आजादपुर मंडी के विभिन्न इलाकों में भी घूमते हुए नजर आए थे।
गिरफ्तार किए गए तीन आतंकियों में दो उत्तर प्रदेश के और एक हैदराबाद का रहने वाला है। जांच एजेंसियों का कहना है कि इन आतंकियों का नेटवर्क काफी बड़ा है और इनके संपर्क में कई स्लीपर सेल्स सक्रिय हैं। देश के अलग-अलग हिस्सों में उनके संभावित संपर्क और सहयोगियों की तलाश जारी है।
सूत्रों के अनुसार, ये आतंकवादी पिछले एक साल से गुजरात ATS की निगरानी में थे। सभी की उम्र लगभग 30 से 35 साल के बीच है और ये सभी ISIS के प्रशिक्षित आतंकवादी हैं। हथियारों के लेन-देन और हमलों की योजना बनाने के लिए ये गुजरात आए थे। तभी गुजरात ATS की टीम ने अडालज टोल प्लाजा के पास इन तीनों आतंकियों को दबोच लिया।
गिरफ्तार आतंकियों की पहचान डॉक्टर अहमद मोहिउद्दीन, आजाद सुलेमान शेख और मोहम्मद सुहेल सलीम खान के रूप में हुई है। एजेंसियों ने बताया कि यह गिरफ्तारी देश की सुरक्षा के लिए बड़ी कामयाबी है और इससे बड़ी आतंकी साजिश नाकाम हो गई। इसके अलावा, अब एजेंसियां इस मॉड्यूल से जुड़े अन्य संभावित आतंकवादियों और उनके नेटवर्क की खोज में जुट गई हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि आईएसआईएस के इस तरह के मॉड्यूल भारतीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा हैं, क्योंकि ये स्लीपर सेल्स के माध्यम से बड़े पैमाने पर हमले की योजना बना सकते हैं। गिरफ्तारी से यह भी संकेत मिलता है कि सुरक्षा एजेंसियां लगातार सक्रिय हैं और आतंकवाद के खिलाफ सतर्कता बढ़ा रही हैं।
राजनीतिक और सुरक्षा विश्लेषकों के अनुसार, ऐसे मामलों से यह स्पष्ट होता है कि स्थानीय और राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल जरूरी है। साथ ही, आम जनता को भी ऐसे संदिग्ध गतिविधियों की सूचना देने के लिए सतर्क रहना चाहिए।