Delhi crime: सीलमपुर में गोलीकांड, 22 वर्षीय मिसबाह की हत्या से सनसनी, आपराधिक इतिहास से उठे कई सवाल
दिल्ली के उत्तर-पूर्वी जिले के सीलमपुर इलाके में गुरुवार देर रात हुई फायरिंग ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी। 22 वर्षीय युवक मिसबाह की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक पर पहले से हत्या, लूट और आर्म्स एक्ट के तहत सात आपराधिक मामले दर्ज थे, जिससे पुलिस अब इस वारदात के पीछे आपसी रंजिश या गैंगवार की आशंका पर भी जांच कर रही है।
जानकारी के अनुसार, घटना गुरुवार रात लगभग 10:40 बजे सीलमपुर की जामा मस्जिद के पास हुई। अचानक गोलियों की आवाज से इलाके में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने देखा कि एक युवक खून से लथपथ जमीन पर पड़ा है। तुरंत उसे जग प्रवेश चंद्र अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक की पहचान जाफराबाद निवासी मिसबाह के रूप में की गई, जो कई गंभीर आपराधिक मामलों में शामिल था।
फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और साक्ष्य एकत्र किए। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू कर दिया है ताकि हत्यारों के भागने की दिशा और पहचान का पता लगाया जा सके। साथ ही स्थानीय मुखबिरों से भी जानकारी जुटाई जा रही है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि मिसबाह का संबंध अपराधी गिरोहों से था और वह कई बार जेल जा चुका था।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच हर संभावित कोण से की जा रही है। विशेष जांच टीमें गठित की गई हैं जो हत्यारों की तलाश में छापेमारी कर रही हैं। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या यह हत्या किसी पुरानी दुश्मनी या गैंगवार का परिणाम है।
घटना के बाद सीलमपुर और जाफराबाद इलाकों में तनाव की स्थिति बन गई। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने इलाके में अतिरिक्त बल तैनात कर दिया है। स्थानीय लोगों से पूछताछ जारी है और जल्द ही पुलिस के आरोपियों तक पहुंचने की उम्मीद है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, मिसबाह की आपराधिक पृष्ठभूमि को देखते हुए यह हत्या किसी पुराने गैंग से जुड़े विवाद की वजह से हुई हो सकती है। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, और पुलिस जांच आगे बढ़ा रही है। यह वारदात न सिर्फ इलाके में दहशत फैलाने वाली है बल्कि एक बार फिर दिल्ली में बढ़ते आपराधिक गिरोहों के नेटवर्क पर भी सवाल खड़े करती है।