Delhi Girl Shot Dead: दिल्ली के जहांगीरपुरी में एकतरफा प्यार बना जानलेवा, 15 साल की नाबालिग को युवक ने क्लिनिक के अंदर मारी गोली
दिल्ली का जहांगीरपुरी इलाका एक बार फिर दिल दहला देने वाली वारदात का गवाह बना है। उत्तर-पश्चिम दिल्ली के इस इलाके में मंगलवार, 5 अगस्त 2025 को दिनदहाड़े एक 20 वर्षीय युवक ने 15 वर्षीय नाबालिग लड़की की गोली मारकर हत्या कर दी। वारदात का कारण बताया जा रहा है – एकतरफा प्यार। इस घटना ने राजधानी की कानून व्यवस्था और समाज में बढ़ रही हिंसक मानसिकता को लेकर एक बार फिर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
घटना जहांगीरपुरी थाना क्षेत्र के डी ब्लॉक की है, जहां पीड़िता अपनी एक सहेली के साथ एक डॉक्टर के क्लिनिक पर दवा लेने गई थी। तभी अचानक 20 वर्षीय आर्यन नामक युवक क्लिनिक में घुसा और लड़की को निशाना बनाकर ताबड़तोड़ चार गोलियां चला दीं। गोली लगते ही युवती लहूलुहान होकर गिर पड़ी, जबकि हमलावर मौके से फरार हो गया।
स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और घायल लड़की को बाबू जगजीवन राम अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मौके पर पहुंची जहांगीरपुरी थाना पुलिस, क्राइम टीम, फॉरेंसिक विशेषज्ञ और वरिष्ठ अधिकारी पूरे मामले की गंभीरता से जांच में जुट गए हैं।
पुलिस के अनुसार, मृतक लड़की आरोपी आर्यन की पड़ोसन थी और दोनों एक ही इलाके में रहते थे। शुरुआती जांच में पता चला है कि कुछ समय पहले दोनों के बीच दोस्ती थी, लेकिन हाल के दिनों में उनके रिश्तों में खटास आ गई थी। लड़की के परिजनों का आरोप है कि आर्यन पिछले कुछ समय से उनकी बेटी को लगातार परेशान कर रहा था और उसका पीछा करता था। यह पूरी घटना एकतरफा प्रेम का परिणाम बताई जा रही है।
घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है, क्योंकि आरोपी और पीड़िता अलग-अलग समुदायों से ताल्लुक रखते हैं। कानून व्यवस्था बनाए रखने और किसी भी सांप्रदायिक तनाव की आशंका से बचने के लिए दिल्ली पुलिस सतर्क है।
पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू कर दिया है और आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। एफआईआर दर्ज की जा चुकी है और आरोपी के खिलाफ हत्या, अवैध हथियार रखने और बाल अपराध की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
यह घटना न केवल दिल्ली में बढ़ते अपराधों की बानगी है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि नाबालिग लड़कियों की सुरक्षा को लेकर समाज और प्रशासन को और ज्यादा सतर्क और संवेदनशील होने की जरूरत है। एकतरफा प्यार, अस्वीकार की मनोवैज्ञानिक असहिष्णुता और हथियारों की आसानी से उपलब्धता इस प्रकार की घटनाओं को जन्म दे रही हैं, जो बेहद चिंताजनक है।