Romil Bohra Encounter: दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर एनकाउंटर में ढेर हुआ कुख्यात गैंगस्टर रोमिल बोहरा, शांतनु मर्डर केस में था मुख्य आरोपी
नई दिल्ली, 24 जून 2025: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने सोमवार सुबह दिल्ली-हरियाणा सीमा पर एक बड़ी कार्रवाई करते हुए कुख्यात अपराधी रोमिल बोहरा को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। रोमिल काला राणा-नोनी राणा गैंग का सक्रिय शूटर था और हरियाणा के बहुचर्चित शराब कारोबारी शांतनु हत्याकांड का मुख्य आरोपी था। पुलिस को उसकी लंबे समय से तलाश थी और आखिरकार गुप्त सूचना पर उसे ट्रैक कर लिया गया।
पुलिस के अनुसार, रोमिल बोहरा ने 14 जून को कुरुक्षेत्र में शराब व्यवसायी शांतनु की कई गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। शांतनु हरियाणा के 12 जिलों में शराब व्यापार से जुड़ा था और इस हत्या ने पूरे क्षेत्र में खलबली मचा दी थी। इसके अलावा रोमिल पिछले वर्ष यमुनानगर जिले में एक साथ चार लोगों की गोली मारकर हत्या करने के मामले में भी वांछित था। इन दो वारदातों के बाद से वह काला राणा-नोनी राणा गिरोह का सबसे ज्यादा चर्चित चेहरा बन गया था।
स्पेशल सेल की काउंटर इंटेलिजेंस टीम को हरियाणा पुलिस से जानकारी मिली कि रोमिल दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर के डेरा मंडी इलाके में छिपा हुआ है। इसके बाद 24 जून की सुबह एक संयुक्त ऑपरेशन शुरू किया गया। मुखबिर की मदद से रोमिल की पहचान की गई और पुलिस ने उसे घेरने की कोशिश की। पुलिस के मुताबिक, रोमिल ने भागने की कोशिश करते हुए फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फायरिंग की, जिसमें गोली लगने से रोमिल की मौके पर ही मौत हो गई।
इस मुठभेड़ में स्पेशल सेल के दो सब-इंस्पेक्टर – प्रवीण और रोहन भी घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है।
पुलिस के अनुसार, रोमिल के खिलाफ हत्या, जबरन वसूली, आर्म्स एक्ट और संगठित अपराध से जुड़े कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज थे। उसके ऊपर कई राज्यों की पुलिस की नजर थी, लेकिन वह बार-बार पुलिस को चकमा देकर फरार हो जाता था। रोमिल की मौत से न केवल शांतनु मर्डर केस को एक बड़ा मोड़ मिला है, बल्कि दिल्ली-हरियाणा क्षेत्र में सक्रिय संगठित अपराध नेटवर्क को भी एक झटका लगा है।
पुलिस ने इस कार्रवाई के बाद संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है और अन्य साथियों की तलाश भी जारी है। वरिष्ठ अधिकारियों का मानना है कि रोमिल की गिरफ्तारी या मृत्यु से काला राणा-नोनी राणा गैंग की गतिविधियों पर रोक लगेगी और क्षेत्र में अपराध नियंत्रण में मदद मिलेगी।
इस एनकाउंटर को राजधानी और आसपास के राज्यों में संगठित अपराध के खिलाफ एक बड़ी सफलता माना जा रहा है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के इस ऑपरेशन को लेकर केंद्रीय गृहमंत्रालय और दिल्ली सरकार की ओर से भी सराहना की जा रही है।