Vuon Thin Yeu Film: भारत-वियतनाम सांस्कृतिक संबंधों पर आधारित विश्व की पहली फिल्म “वुओन थिन इयु” की आधिकारिक घोषणा
रिपोर्ट: आशीष कुमार
नई दिल्ली, 24 जुलाई 2025 — भारत और वियतनाम के ऐतिहासिक सांस्कृतिक संबंधों को समर्पित विश्व की पहली अंतरराष्ट्रीय फीचर फिल्म “वुओन थिन इयु (प्रेम की सुरधारा)” की औपचारिक घोषणा आज नई दिल्ली स्थित कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में एक भव्य प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान की गई। इस अभूतपूर्व सांस्कृतिक परियोजना की घोषणा इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की प्रबंध संपादक श्रीमती नीरजा रॉय चौधरी ने की, जिसमें दोनों देशों के वरिष्ठ सांस्कृतिक प्रतिनिधि, फिल्म कलाकार, रिकॉर्ड होल्डर्स और दिग्गज हस्तियां शामिल रहीं।
यह फिल्म दो देशों की साझा सांस्कृतिक विरासत, विशेष रूप से सातवीं सदी की “चाम सभ्यता” से जुड़े ऐतिहासिक और कलात्मक संबंधों पर आधारित है। “वुओन थिन इयु”, जिसका अर्थ वियतनामी में है — प्रेम की सुरधारा, केवल एक सिनेमाई अनुभव नहीं बल्कि भारत और वियतनाम के बीच सांस्कृतिक एकता, कला, संगीत और आध्यात्मिक मूल्यों की अभिव्यक्ति भी होगी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में जिन प्रमुख अतिथियों ने शिरकत की, उनमें शामिल थे —
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प्रोफेसर चू बाओ क्वे: वियतनाम यूनेस्को संघों की नीति और विकास परामर्श परिषद के अध्यक्ष
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श्री त्रुआंग क्वांग हय: वियतनाम के बक निन्ह प्रांत के संस्कृति, खेल एवं पर्यटन विभाग के निदेशक
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डॉ. गुयेन होआंग आन्ह (जूलिया गुयेन): वियतनाम रिकॉर्ड्स संगठन की उपाध्यक्ष एवं वर्ल्ड रिकॉर्ड्स यूनियन (वर्ल्डकिंग्स) की महासचिव
फिल्म की इस सांस्कृतिक यात्रा में भारत की ओर से कई जाने-माने फिल्म कलाकारों की मौजूदगी रही, जिनमें अभिनेत्री संचिता कुलकर्णी, किशोरी शहाणे, विमल मिश्रा, और बिस्वदीप रॉय चौधरी शामिल रहे। इसके अतिरिक्त, सितारे ज़मीन पर फिल्म से प्रसिद्ध हुए गोपीकृष्णन वर्मा की उपस्थिति ने कार्यक्रम को और गरिमा प्रदान की।
इस अंतरराष्ट्रीय फिल्म की प्रेरणा “द गार्जियन ऑफ हेरिटेज” नामक पुस्तक से प्राप्त हुई है। फिल्म की कहानी चाम सभ्यता की सांस्कृतिक जड़ों को उजागर करते हुए दोनों देशों के साझा ऐतिहासिक संबंधों को पुनर्जीवित करेगी। फिल्म में कला, नृत्य, संगीत, स्थापत्य और आध्यात्मिक मूल्यों की जीवंतता को समाहित किया जाएगा।
फिल्म का प्री-प्रोडक्शन कार्य 19 जून 2025 को वियतनाम की राजधानी हनोई में शुरू हो चुका है। इसकी शूटिंग भारत और वियतनाम के सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण स्थानों पर की जाएगी। फिल्म को हिंदी और वियतनामी भाषा में बनाया जा रहा है और यह 14 फरवरी 2026 को सिनेमाघरों में रिलीज़ की जाएगी। इसके उपरांत इसे वैश्विक ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर भी उपलब्ध कराया जाएगा।
इस परियोजना में इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स से जुड़े अनेक रिकॉर्ड होल्डर्स अपनी विशेष भूमिका निभाएंगे, जिनका योगदान संगीत, नृत्य, तकनीक और अन्य कलात्मक पहलुओं में रहेगा। यह फिल्म न केवल कला प्रेमियों के लिए बल्कि दोनों देशों के नागरिकों के लिए भी एक भावनात्मक और गर्व का विषय बनकर उभरेगी।