Agra: आगरा में निर्माणाधीन कैंटीन भरभरा कर ढही, पांच मजदूर मलबे में दबे, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

Agra: आगरा में निर्माणाधीन कैंटीन भरभरा कर ढही, पांच मजदूर मलबे में दबे, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

उत्तर प्रदेश के आगरा जनपद में शनिवार को एक बड़ा हादसा उस वक्त हो गया जब थाना जगदीशपुर क्षेत्र के अंतर्गत एक निर्माणाधीन कैंटीन अचानक भरभरा कर ढह गई। यह हादसा उस समय हुआ जब कैंटीन के भीतर निर्माण कार्य ज़ोरों पर चल रहा था और कुछ मज़दूर मौके पर मौजूद थे। अचानक संरचना का एक बड़ा हिस्सा ज़मीन पर आ गिरा, जिससे वहां मौजूद कुल पांच लोग मलबे के नीचे दब गए।

घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। लोहा मंडी क्षेत्र के एसीपी मयंक तिवारी राहत और बचाव टीम के साथ तत्काल मौके पर पहुंचे। दमकल विभाग, सिविल डिफेंस और स्थानीय लोगों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। अब तक की जानकारी के अनुसार चार लोगों को मलबे से सुरक्षित निकाल लिया गया है और उन्हें तत्काल पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है, जबकि दो अन्य को प्राथमिक उपचार के बाद निगरानी में रखा गया है।

रेस्क्यू टीम अब पांचवें शख्स को निकालने के प्रयास में जुटी हुई है, जिसके बारे में अनुमान लगाया जा रहा है कि वह कैंटीन की पिछली दीवार के पास कार्य कर रहा था जब संरचना ध्वस्त हुई। बचाव दल को मलबा हटाने में भारी मशक्कत करनी पड़ रही है क्योंकि ढहने वाली संरचना में लोहे की छड़ें और भारी-भरकम सीमेंट की सिलबट्टियाँ शामिल हैं।

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि निर्माण कार्य के दौरान किसी भी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी और न ही मजदूरों को सुरक्षा गियर मुहैया कराया गया था। स्थानीय लोगों के अनुसार, निर्माणाधीन इमारत की स्थिति पहले से ही जर्जर प्रतीत हो रही थी, लेकिन इसके बावजूद काम जारी रखा गया था।

फिलहाल प्रशासन ने पूरे घटनाक्रम की जांच के आदेश दे दिए हैं और निर्माण कार्य में लापरवाही की आशंका को गंभीरता से लिया जा रहा है। पुलिस ने निर्माण स्थल के ठेकेदार और परियोजना से जुड़े अन्य लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है। यदि निर्माण में गुणवत्ता से समझौता या सुरक्षा मानकों की अनदेखी पाई गई, तो ज़िम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

यह हादसा एक बार फिर निर्माण स्थलों पर मज़दूरों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है। जहां एक ओर विकास और निर्माण कार्यों की गति तेज की जा रही है, वहीं दूसरी ओर मज़दूरों की जान की कीमत आज भी लापरवाही और अनदेखी की भेंट चढ़ रही है।

स्थानीय प्रशासन की ओर से यह भी अपील की गई है कि निर्माण कार्यों के दौरान सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन किया जाए और किसी भी प्रकार की अनियमितता सामने आने पर तत्काल रिपोर्ट की जाए। फिलहाल पूरा इलाका सील कर दिया गया है और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। प्रशासन द्वारा हादसे की उच्च स्तरीय जांच का आश्वासन भी दिया गया है।

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