BSF Holi 2025: जैसलमेर में बीएसएफ जवानों ने खास अंदाज में मनाई होली, देशभक्ति के रंग में डूबा जश्न
जब पूरा देश होली के रंग में सराबोर होता है, तब हमारी सीमाओं पर तैनात सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवान भी इस त्योहार को अपने अलग अंदाज में मनाते हैं। यह पर्व न केवल मस्ती और उमंग का प्रतीक है, बल्कि एकता, भाईचारे और जिम्मेदारी का संदेश भी देता है। इस बार जैसलमेर के पास भारत-पाक सीमा पर जवानों की होली का अनोखा नजारा देखने को मिला, जहां उन्होंने पूरे जोश और उल्लास के साथ त्योहार मनाया।
देश की सुरक्षा में हर पल तत्पर रहने वाले ये जवान होली को केवल एक त्योहार नहीं, बल्कि अपने समर्पण और राष्ट्रभक्ति का प्रतीक मानते हैं। अलग-अलग राज्यों से आए बीएसएफ जवानों ने गीत-संगीत और नृत्य के साथ होली खेली, जिसमें गजब का भाईचारा और अपनापन नजर आया। बीएसएफ जवान कृपाशंकर पांडे ने कहा, “परिवार से दूर रहना मुश्किल है, लेकिन हमारी यूनिट ही हमारा असली परिवार है।” उनके इन शब्दों से साफ झलकता है कि जवानों के लिए उनके साथी ही परिवार हैं, और वे इसी भावना के साथ त्योहार का आनंद लेते हैं।
बीएसएफ जवानों के लिए होली सिर्फ रंगों का त्योहार नहीं, बल्कि जिम्मेदारी और खुशी के बीच संतुलन बनाए रखने का जरिया भी है। जब कुछ जवान होली के रंग में रंगे थे, उसी वक्त कुछ अन्य जवान पूरी मुस्तैदी से सीमा की रक्षा में तैनात थे। उनके लिए ड्यूटी ही सर्वोपरि है, और वे कभी अपनी जिम्मेदारियों से समझौता नहीं करते। यह उनके अनुशासन और देश के प्रति उनकी अटूट निष्ठा को दर्शाता है।
सीमा पर मनाई जाने वाली होली सिर्फ रंगों तक सीमित नहीं होती, इसमें देशभक्ति और बलिदान की भावना भी समाहित होती है। जब पूरा देश अपने परिवारों के साथ त्योहार की खुशियां मना रहा होता है, तब ये वीर जवान हमारी सुरक्षा में तैनात रहते हैं। यह पर्व हमें उनके त्याग और समर्पण की याद दिलाता है। देश को ऐसे वीर सैनिकों पर गर्व है, जो हर परिस्थिति में राष्ट्र की रक्षा के लिए तत्पर रहते हैं।