Shashi Tharoor : गांधी की धरती भी अब चुप नहीं बैठेगी: आतंकियों को शशि थरूर की दो टूक
भारतीय सांसद और अंतरराष्ट्रीय मामलों के जानकार शशि थरूर ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की बदली हुई रणनीति को लेकर एक सख्त संदेश दिया है। पनामा में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए थरूर ने स्पष्ट कर दिया कि अब भारत हर आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब देगा और ‘दूसरा गाल आगे’ करने का वक्त निकल चुका है।
थरूर ने पाकिस्तान को अप्रत्यक्ष चेतावनी देते हुए कहा कि कोई भी राष्ट्र, जो अपने आत्मसम्मान की रक्षा करना जानता है, ऐसे हमलों को माफ नहीं करता। उन्होंने कहा, “महात्मा गांधी ने हमें अपने अधिकारों के लिए खड़े होना सिखाया था। डर से आजादी ही असली स्वतंत्रता है, और भारत अब उन दुष्टों के खिलाफ डटकर खड़ा है जो निर्दोषों को मारकर भाग जाते हैं।”
शशि थरूर ने पनामा के राष्ट्रपति होसे रौल मुलीनो से भी मुलाकात की और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर आतंक के खिलाफ एकजुटता का आह्वान किया।
‘सिंदूर का रंग अब चेतावनी है’
थरूर ने हाल ही में हुए ऑपरेशन “सिंदूर” को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बातों का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन की जरूरत इसलिए पड़ी क्योंकि आतंकियों ने 26 विवाहित महिलाओं को विधवा कर दिया—उनके सिंदूर छीन लिए। उन्होंने बताया कि कुछ महिलाएं तो खुद मौत की मांग कर रही थीं, लेकिन आतंकियों ने उन्हें छोड़कर कहा—”जाओ और बताओ कि तुम्हारे साथ क्या हुआ।”
थरूर बोले, “भारत ने उन चीखों को सुना है। अब सिंदूर का रंग आतंकियों के खून से मिलेगा। यही संदेश ऑपरेशन सिंदूर के जरिए दिया गया है।”
गांधी का नाम लेकर दोहराया दृढ़ संकल्प
अपने भाषण में थरूर ने महात्मा गांधी का उल्लेख करते हुए कहा, “गांधीजी ने अहिंसा सिखाई जरूर थी, लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी सिखाया कि अन्याय और हिंसा के सामने झुकना भी पाप है।”
इस बयान के जरिए शशि थरूर ने भारत की नई रणनीति को वैचारिक आधार भी दिया—जिसमें अब सहिष्णुता की सीमा खत्म हो चुकी है और कार्रवाई तय है।