Himachal Rain Disaster: हिमाचल में भारी बारिश और भूस्खलन से तबाही, मंडी में तीन घर और एक पशुशाला ढही, चार घायल, दर्जनों सड़कें बंद
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में भारी बारिश और भूस्खलन ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। लगातार हो रही वर्षा के चलते कई गांवों में भारी नुकसान हुआ है। अब तक तीन घर और एक पशुशाला ढहने की पुष्टि हुई है, जिसमें चार लोग घायल हुए हैं और पशुधन को भी गंभीर हानि पहुंची है। जिला प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा है, लेकिन खराब मौसम और सड़कें बंद होने के कारण स्थिति बेहद चुनौतीपूर्ण बनी हुई है।
सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में सदर, सरकाघाट और बालीचौकी उपमंडल शामिल हैं। बालीचौकी के कलवाड़ा गांव में दिले राम का दो मंजिला स्लेटपोश मकान भूस्खलन की चपेट में आ गया। निचली मंजिल में बंधी दो गाय और पांच मुर्गे मलबे में दबकर मर गए, जबकि ऊपर रहने वाला परिवार किसी तरह जान बचाने में सफल रहा। घर का सारा सामान भी नष्ट हो गया, जिससे परिवार को भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा।
सरकाघाट की ढलवान उपतहसील के हवाणी गांव में भी कर्म सिंह का मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गया। भूस्खलन के दौरान घर में सो रहे कर्म सिंह, उनकी पत्नी, बेटा और गर्भवती बहू ने जैसे-तैसे भागकर अपनी जान बचाई। वहीं, इसी गांव में हिमा देवी की पशुशाला भी ध्वस्त हो गई। मलबे में दबे भैंस और उसके बच्चे को ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला, लेकिन अब भैंस को बेचने की नौबत आ गई है।
सदर क्षेत्र की मझवाड़ पंचायत में भी प्रवीण पटियाल का तीन कमरों वाला स्लेटपोश मकान ढह गया। हादसे में प्रवीण को सिर और छाती में गंभीर चोटें आईं, जिन्हें मंडी के जोनल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जेल रोड इलाके में जलशक्ति विभाग के कनिष्ठ अभियंता निशांत मलबे की चपेट में आकर घायल हो गए, जब वह टीम के साथ मुख्य पेयजल लाइन की मरम्मत कर रहे थे।
इस प्राकृतिक आपदा के चलते मंडी जिले में 171 सड़कें बंद हैं, जिससे कई गांव मुख्य मार्गों से कट गए हैं। 89 ट्रांसफार्मर बंद हो चुके हैं, जिससे बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप है। साथ ही 78 पेयजल योजनाएं प्रभावित होने के कारण जल संकट और गहराता जा रहा है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में और भारी बारिश की चेतावनी दी है।
जिला प्रशासन ने सभी प्रभावित स्थलों का दौरा किया है और राहत सामग्री जैसे तिरपाल, खाद्य सामग्री और प्राथमिक सहायता तत्काल पहुंचाई गई है। साथ ही प्रभावित परिवारों को जल्द राहत राशि देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।