Operation Sindoor: भारत ने पाकिस्तान हाई कमीशन के अधिकारी को किया निष्कासित, अवांछनीय गतिविधियों में शामिल होने का आरोप
नई दिल्ली में स्थित पाकिस्तान हाई कमीशन के एक अधिकारी को भारत सरकार ने देश छोड़ने का आदेश दिया है। इस अधिकारी को persona non grata यानी अवांछित व्यक्ति घोषित करते हुए भारत ने सख्त रुख अपनाया है। सरकार का स्पष्ट आरोप है कि यह अधिकारी अपने राजनयिक पद की मर्यादा के खिलाफ जाकर कुछ “अनुचित और अस्वीकार्य” गतिविधियों में लिप्त था, जो भारत की सुरक्षा और संवेदनशीलता के लिए खतरा साबित हो सकती थीं।
भारत सरकार ने इस अधिकारी को 24 घंटे के भीतर देश छोड़ने का निर्देश दिया है। इसी संबंध में आज पाकिस्तान हाई कमीशन के Charge d’Affaires को बुलाकर एक आधिकारिक demarche भी सौंपा गया, जिसके ज़रिए भारत ने अपनी नाराजगी और आपत्ति स्पष्ट रूप से पाकिस्तान सरकार तक पहुंचा दी है। भारत ने साफ शब्दों में कहा कि ऐसे गैर-जिम्मेदाराना और संदिग्ध व्यवहार को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस घटनाक्रम ने भारत और पाकिस्तान के पहले से तनावपूर्ण रिश्तों को और भी नाजुक बना दिया है। हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर एक सर्जिकल स्ट्राइक की थी, जिसे ‘ऑपरेशन सिंदूर नाम’ दिया गया। भारत की इस जवाबी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान की ओर से भी भारत पर हमले की कोशिश की गई, जिसे भारतीय सुरक्षाबलों ने सफलतापूर्वक विफल कर दिया।
इन हालातों के बीच, भारत और पाकिस्तान दोनों देशों ने अपने-अपने उच्चायोगों में कार्यरत कर्मचारियों की संख्या घटाने का निर्णय भी लिया है। अब दोनों देशों के मिशनों में केवल 30-30 अधिकारी और कर्मचारी ही काम करेंगे। भारत ने पाकिस्तान के सैन्य सलाहकारों को भी देश छोड़ने का निर्देश दिया है।
राजनयिक संबंधों में आई इस कटौती से दूतावासों के नियमित कामकाज पर असर पड़ सकता है, और पहले से ही तनावपूर्ण माहौल में राजनयिक स्टाफ के लिए चुनौतियां और बढ़ सकती हैं।
यह घटनाक्रम एक बार फिर से भारत-पाक रिश्तों में गहराती दरार और कूटनीतिक स्तर पर टकराव की ओर इशारा करता है। भारत का स्पष्ट रुख है कि देश की संप्रभुता और सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा, चाहे वह किसी भी देश से संबंधित व्यक्ति हो।