Jaipur SMS Hospital Fire: जयपुर SMS अस्पताल में भीषण आग, 8 मरीजों की मौत से मचा हड़कंप, जांच कमेटी गठित, पीएम मोदी और अमित शाह ने जताया दुख

Jaipur SMS Hospital Fire: जयपुर SMS अस्पताल में भीषण आग, 8 मरीजों की मौत से मचा हड़कंप, जांच कमेटी गठित, पीएम मोदी और अमित शाह ने जताया दुख

राजस्थान की राजधानी जयपुर में रविवार देर रात एक दर्दनाक हादसे ने पूरे राज्य को झकझोर दिया। सवाई मानसिंह (SMS) अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर के न्यूरो आईसीयू वार्ड में अचानक लगी भीषण आग में 8 मरीजों की मौत हो गई, जिनमें 3 महिलाएं शामिल हैं। प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट को आग का कारण बताया जा रहा है। हादसे के वक्त आईसीयू में 11 मरीज भर्ती थे, जबकि पास के अन्य वार्डों में 13 अन्य मरीज मौजूद थे।

सूत्रों के अनुसार, आग ट्रॉमा सेंटर के स्टोर रूम से शुरू हुई, जहां बड़ी मात्रा में कागज़, मेडिकल उपकरण, और ब्लड सैंपलर ट्यूब रखे थे। आग लगते ही धुआं पूरे आईसीयू में फैल गया, जिससे मरीजों को सांस लेने में भारी परेशानी हुई। अस्पताल कर्मचारियों ने तुरंत मरीजों को बाहर निकालने का प्रयास किया, लेकिन धुएं और लपटों की वजह से बचाव कार्य मुश्किल हो गया। कई मिनटों की मशक्कत के बाद दमकलकर्मी आग पर काबू पा सके, लेकिन तब तक आठ मरीजों की जान जा चुकी थी।

मृतकों की पहचान सीकर के पिंटू, आंधी के दिलीप, भरतपुर के श्रीनाथ, रुक्मणी, खुश्मा, सर्वेश, दिगंबर वर्मा और सांगानेर के बहादुर के रूप में हुई है। पांच मरीज गंभीर रूप से झुलस गए हैं, जिन्हें आईसीयू में भर्ती कर इलाज जारी है। डॉक्टरों का कहना है कि मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है।

राज्य सरकार ने हादसे की जांच के लिए छह सदस्यीय उच्चस्तरीय कमेटी गठित की है, जिसकी अध्यक्षता चिकित्सा विभाग के आयुक्त इकबाल खान करेंगे। कमेटी में वरिष्ठ इंजीनियरों और चिकित्सा अधिकारियों को शामिल किया गया है, जो आग के कारणों और सुरक्षा मानकों की समीक्षा करेगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने X (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि जयपुर के SMS अस्पताल में आग लगने से हुई जान-माल की हानि अत्यंत दुखद है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करता हूं। गृह मंत्री अमित शाह ने भी घटना पर दुख जताया और कहा कि स्थानीय प्रशासन मरीजों की सुरक्षा और इलाज के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है।

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हादसे की गंभीरता को देखते हुए अपना दिल्ली दौरा रद्द कर दिया। वे रात करीब ढाई बजे SMS अस्पताल पहुंचे और घायलों से मुलाकात की। उन्होंने पीड़ितों को हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया और जांच कमेटी गठित करने की घोषणा की। उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा, गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम और विधायक बालमुकुंदाचार्य भी मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया।

इस बीच, अस्पताल के बाहर मृतकों के परिजनों और स्थानीय लोगों ने प्रशासन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। लोगों का आरोप है कि प्रशासन की लापरवाही के कारण आग की सूचना मिलने के बावजूद राहत कार्य में देर हुई, जिससे जानें गईं। कांग्रेस विधायक रफीक खान ने सरकार से मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा देने की मांग की और जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग उठाई। कांग्रेस नेता टीकाराम जूली और सचिन पायलट ने भी इस घटना को गंभीर लापरवाही का परिणाम बताया और पारदर्शी जांच की मांग की।

जयपुर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में यह हादसा स्वास्थ्य सुरक्षा और इमरजेंसी प्रबंधन की व्यवस्थाओं पर कई सवाल खड़े कर गया है। फिलहाल अस्पताल प्रशासन ने पूरे ट्रॉमा सेंटर को खाली कर दिया है और सुरक्षा ऑडिट का आदेश दिया गया है।

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