J&K Accident: जम्मू-कश्मीर में सड़क दुर्घटना, तीन पर्यटकों की मौत, 14 घायल
जम्मू-कश्मीर के गंदेरबल जिले के गुंड कंगन इलाके में रविवार को एक भीषण सड़क हादसा हुआ, जिसमें तीन पर्यटकों की मौके पर ही मौत हो गई और 14 अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा उस समय हुआ जब एक तेज रफ्तार कार (टोयोटा इटियोस) एक बस से जा टकराई। घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन और आपातकालीन प्रतिक्रिया दल तुरंत घटनास्थल पर पहुंचा और बचाव कार्य शुरू किया। घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज जारी है। डॉक्टरों के मुताबिक, कुछ घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है, और उन्हें विशेष चिकित्सा सहायता की जरूरत पड़ सकती है।
इस दुर्घटना ने एक बार फिर जम्मू-कश्मीर में सड़क सुरक्षा की चिंता को उजागर कर दिया है। पहाड़ी इलाकों में खराब मौसम, तेज रफ्तार और संकरी सड़कों के कारण ऐसे हादसे आम हो गए हैं। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे सुरक्षित गति सीमा में वाहन चलाएं और सड़क नियमों का पालन करें।
इससे पहले, 22 मार्च को जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में एक दर्दनाक हादसा हुआ था, जहां ताजी सब्जियां ले जा रहा एक लोड कैरियर अचानक सड़क से फिसलकर गहरी खाई में गिर गया। इस दुर्घटना में चालक और सह-चालक की मौत हो गई। मृतकों की पहचान इरशाद अहमद और सेवा सिंह के रूप में हुई है, जो सब्जियां लेकर अपने गांव उखराल पोगल-परिस्तान जा रहे थे।
दुर्घटना जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बैटरी चश्मा के पास हुई, जहां अचानक वाहन का संतुलन बिगड़ गया और वह कई सौ फीट गहरी खाई में गिर गया। जैसे ही हादसे की खबर मिली, पुलिस, सीआरपीएफ और स्थानीय स्वयंसेवकों की टीम ने मौके पर पहुंचकर बचाव अभियान शुरू किया। कड़ी मशक्कत के बाद दोनों शवों को खाई से निकाला गया और कानूनी औपचारिकताओं के बाद उनके परिजनों को सौंप दिया गया। इस हादसे के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी गई है। अधिकारियों ने कहा कि खराब सड़क हालात और तेज गति दुर्घटना के प्रमुख कारण हो सकते हैं।
जम्मू-कश्मीर में सड़क दुर्घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, जो चिंता का विषय बन गया है। पहाड़ी इलाकों में वाहनों की तेज रफ्तार और खतरनाक मोड़ों के कारण ऐसे हादसे आम हो गए हैं। प्रशासन ने सभी वाहन चालकों से सावधानी बरतने और ट्रैफिक नियमों का सख्ती से पालन करने की अपील की है। स्थानीय नागरिकों ने सरकार से मांग की है कि सड़कों की स्थिति में सुधार किया जाए और यातायात नियमों को और सख्त बनाया जाए ताकि इस तरह की दुर्घटनाओं को रोका जा सके।