Manipur Violence 2025: मणिपुर में कुकी उग्रवादियों के बीच खूनी संघर्ष, पांच की गोली मारकर हत्या, तनाव गहराया
मणिपुर के नुनी जिले में एक चौंकाने वाली और गंभीर घटना सामने आई है, जहां कुकी उग्रवादी संगठन चिन कुकी मिजो आर्मी (CKMA) के पांच सदस्यों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह दिल दहला देने वाली घटना सोमवार रात देवाईजंग गांव में हुई, जो जिला मुख्यालय से करीब 53 किलोमीटर दूर एक अत्यंत दुर्गम क्षेत्र में स्थित है।
प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि हत्याएं संगठन के आंतरिक विवाद का नतीजा हैं। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, पांचों मृतक CKMA से जुड़े थे, जो वर्ष 2022 में अस्तित्व में आया था और केंद्र सरकार के साथ वर्ष 2008 में हुए ‘सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशन्स’ (SoO) समझौते का हिस्सा नहीं है।
भीतरघात या विद्रोह? पुलिस जांच में जुटी
पुलिस ने घटना को अत्यंत गंभीरता से लिया है और पूरे इलाके में व्यापक सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। हालांकि अभी तक इस हत्याकांड के पीछे की वास्तविक वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है, लेकिन शुरुआती इनपुट्स में यह आपसी रंजिश और संगठन के भीतर नेतृत्व को लेकर बढ़ती खींचतान का परिणाम माना जा रहा है।
संगठन का बयान: ‘भारी क्षति’ बताया
घटना के बाद CKMA ने अपनी स्थानीय भाषा में एक बयान जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि यह हत्याएं संगठन के भीतर फैली गलतफहमियों और दुर्भावनाओं का परिणाम थीं। संगठन ने अपने पांच सदस्यों की मौत को न केवल संगठन, बल्कि पूरे कुकी समुदाय के लिए एक अपूरणीय क्षति बताया है।
लंबे समय से जारी है जातीय और उग्रवादी तनाव
मणिपुर में कुकी और मैतेई समुदायों के बीच पिछले एक वर्ष से तनाव और संघर्ष की स्थिति बनी हुई है। राज्य में पहले से ही जातीय हिंसा, उग्रवादी गतिविधियां और अस्थिर राजनीतिक परिस्थितियां बनी हुई हैं। इस घटनाक्रम ने राज्य की शांति प्रक्रिया और सुरक्षा तंत्र पर एक और गहरा प्रश्नचिन्ह लगा दिया है।
सरकार सतर्क, शांति बहाली की कोशिशें तेज
राज्य और केंद्र सरकारें इस घटना को अत्यंत संवेदनशील मान रही हैं। सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है और पूरे क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने के प्रयास किए जा रहे हैं। सरकार की ओर से स्पष्ट किया गया है कि मामले की गहन जांच की जा रही है और दोषियों की पहचान कर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाएगी।