Murshidabad violence: SIT ने झारसुगुड़ा से पकड़े 12 संदिग्ध, दो आरोपी पिता-बेटे के भी बेटे शामिल
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में हाल ही में हुई सांप्रदायिक हिंसा के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए विशेष जांच दल (SIT) ने ओडिशा के झारसुगुड़ा जिले से 12 संदिग्धों को हिरासत में लिया है। यह हिंसा नया वक्फ कानून लागू किए जाने के विरोध में हुए प्रदर्शन के दौरान भड़क उठी थी, जिसमें अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है।
ओडिशा पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को जानकारी दी कि मुर्शिदाबाद हिंसा की जांच कर रही SIT ने झारसुगुड़ा के बनहरपाली थाना क्षेत्र के बुंडूबहाल गांव में छापेमारी कर 12 लोगों को पकड़ा। हिरासत में लिए गए लोगों में जियाउल शेख के दो बेटे भी शामिल हैं, जो पिता-बेटे की हत्या के मामले में मुख्य आरोपियों में से एक हैं। अधिकारी के अनुसार, सभी लोग मूलतः पश्चिम बंगाल के निवासी हैं और ओडिशा में मजदूरी का काम करते हैं। ईद के दौरान ये लोग मुर्शिदाबाद लौटे थे और वहीं हुई हिंसा में कथित तौर पर शामिल रहे।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हिंसा के बाद ये सभी लोग चुपचाप झारसुगुड़ा लौट आए और यहां अलग-अलग ठिकानों पर छिप गए थे। लेकिन मोबाइल फोन की तकनीकी जांच के आधार पर उनकी मौजूदगी हिंसा के दिन मुर्शिदाबाद में पाई गई। इसके बाद SIT ने ओडिशा पुलिस की मदद से कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार किया और पूछताछ के लिए बनहरपाली थाना ले जाया गया है।
इस घटना ने राज्य की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पश्चिम बंगाल सरकार पहले ही हिंसा की जांच SIT को सौंप चुकी है और अब इस मामले में और भी गिरफ्तारियों की संभावना जताई जा रही है। सूत्रों के अनुसार, हिरासत में लिए गए लोगों से गहन पूछताछ की जा रही है, ताकि हिंसा की साजिश, उसमें शामिल अन्य लोगों और उनकी भूमिका का विस्तृत खुलासा किया जा सके।
विवादित वक्फ कानून को लेकर राज्य भर में तनाव की स्थिति बनी हुई है और मुर्शिदाबाद हिंसा इसी तनाव का सबसे गंभीर रूप बनकर सामने आई थी। स्थानीय लोगों के अनुसार, हिंसा सुनियोजित थी और इसमें बाहरी लोगों की भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता। पुलिस भी इस पहलू पर जांच कर रही है कि क्या हिंसा पूर्व नियोजित थी और क्या इन लोगों के पीछे कोई संगठित समूह काम कर रहा था।
फिलहाल पुलिस सुरक्षा को लेकर सतर्क है और राज्य में शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया गया है। SIT की टीम अब इस मामले से जुड़े और भी साक्ष्यों को इकट्ठा करने और आरोपियों की कड़ी तक पहुंचने में जुटी है।