Nitish Kumar Oath: बिहार में नई राजनीति की शुरुआत, नीतीश कुमार ने 10वीं बार संभाली कमान, गांधी मैदान में ऐतिहासिक शपथ समारोह
बिहार की राजनीति में आज एक ऐतिहासिक क्षण दर्ज हो गया जब जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के नेता नीतीश कुमार ने रिकॉर्ड 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। पटना के गांधी मैदान में भव्य समारोह के बीच राज्यपाल आरिफ़ मोहम्मद ख़ान ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, कई राज्यों के मुख्यमंत्री, एनडीए के वरिष्ठ नेता और हजारों लोगों की मौजूदगी ने इस कार्यक्रम को खास बना दिया।
नीतीश कुमार के शपथ लेते ही मंच पर उत्साह का माहौल था। उनके बाद बीजेपी के वरिष्ठ नेता सम्राट चौधरी ने मंत्री पद की शपथ ली, जिसके बाद विजय कुमार सिन्हा ने भी पद और गोपनीयता की शपथ ग्रहण की। नए मंत्रिमंडल में शामिल नेताओं की लंबी सूची ने संकेत दिया कि एनडीए ने इस बार मंत्रिमंडल विस्तार में सभी सहयोगियों को उचित प्रतिनिधित्व देने का प्रयास किया है।
इसके बाद विजय कुमार चौधरी, विजयेंद्र प्रसाद यादव, श्रवण कुमार, मंगल पांडे, दिलीप जायसवाल और अशोक चौधरी ने मंत्री पद की शपथ ली। समारोह में आगे लेशी सिंह, नितिन नवीन, मदन सहनी, राम कृपाल यादव, संतोष कुमार सुमन और सुनील कुमार ने शपथ ग्रहण किया।
बाद में मोहम्मद जमा खान, संजय सिंह टाइगर, अरुण शंकर प्रसाद, सुरेंद्र मेहता, नारायण प्रसाद और रमा निषाद ने मंत्री पद की शपथ लेकर कैबिनेट का विस्तार आगे बढ़ाया।
अंतिम चरण में लखेंद्र कुमार रोशन, श्रेयसी सिंह, डॉ. प्रमोद कुमार, संजय कुमार, संजय कुमार सिंह और दीपक प्रकाश ने शपथ लेकर समारोह को संपन्न किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शपथ ग्रहण के दौरान कहा कि बिहार में एनडीए की सरकार राज्य को विकास की नई दिशा देगी। विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने नीतीश कुमार की तारीफ़ करते हुए कहा कि उनके अनुभव और स्थिर नेतृत्व से बिहार को तेज़ विकास मिलेगा।
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव और आंध्र प्रदेश के सीएम एन. चंद्रबाबू नायडू भी मंच पर मौजूद रहे। सभी ने बिहार की जनता को एनडीए सरकार चुनने के लिए धन्यवाद दिया।
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने भी इस नई सरकार में अपनी ताकत दिखाई। पार्टी के सांसद राजेश वर्मा ने बताया कि उनकी पार्टी से दो नेता शपथ लेंगे। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने बड़ा जनमत देकर एनडीए को सत्ता सौंपी है और यह गठबंधन मिलकर राज्य में स्थिर शासन देगा।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने साफ किया कि नई सरकार में विभागों को लेकर किसी तरह का विवाद नहीं है। उन्होंने कहा कि एनडीए ‘चट्टानी एकता’ के साथ आगे बढ़ रहा है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में विकास के काम और तेज़ी से होंगे।
जबकि इस राजनीतिक हलचल के बीच अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बड़ी खबरें सुर्खियों में रहीं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जेफ़्री एपस्टीन से संबंधित फाइलों को सार्वजनिक करने वाले विधेयक पर हस्ताक्षर कर दिए। इससे अमेरिकी राजनीति में हलचल मच गई है, क्योंकि यह फाइलें कई बड़े नेताओं और उद्योगपतियों के नाम उजागर कर सकती हैं।
उसी दौरान ट्रंप ने यह भी बताया कि न्यूयॉर्क के नवनिर्वाचित मेयर ज़ोहरान ममदानी उनसे मुलाकात करेंगे, जबकि चुनाव से पहले ट्रंप ने उन्हें वोट न देने की अपील की थी।
इधर मध्य पूर्व में हालात फिर तनावपूर्ण हो गए हैं। हमास के स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया है कि ग़ज़ा में इसराइली हमलों में कम से कम 25 फ़लस्तीनी मारे गए हैं। कई दिनों की शांति के बाद अचानक बढ़ी बमबारी ने लोगों में दहशत पैदा कर दी है।
इन अंतरराष्ट्रीय घटनाओं के बीच बिहार का राजनीतिक माहौल पूरे देश का केंद्र बना रहा।
गांधी मैदान में जुटा जनसमूह यह साफ संदेश दे रहा था कि नई एनडीए सरकार से उम्मीदें बेहद ऊंची हैं।
नीतीश कुमार के नेतृत्व में एक बार फिर बिहार विकास, सुशासन और स्थिरता की नई राह पर आगे बढ़ने जा रहा है।