Pahalgam Terror Attack: पहलगाम आतंकी हमला, पर्यटकों पर बरसी गोलियां, एक की मौत, 20 घायल

Pahalgam Terror Attack: पहलगाम आतंकी हमला, पर्यटकों पर बरसी गोलियां, एक की मौत, 20 घायल

जम्मू-कश्मीर के खूबसूरत और शांत माने जाने वाले पर्यटन स्थल पहलगाम में एक भयावह मंजर सामने आया, जब आतंकवादियों ने पर्यटकों के एक समूह पर अचानक अंधाधुंध गोलियां बरसा दीं। इस हमले में एक पर्यटक की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि 20 अन्य लोग घायल हुए हैं। कश्मीर की वादियों में फैली यह चीख-पुकार उस वक्त पैदा हुई जब पर्यटक अपने परिवारों और मित्रों के साथ प्रकृति का आनंद ले रहे थे। एक पल पहले तक जहां हंसी-खुशी का माहौल था, वह पल भर में गोलियों की गूंज और चीखों में बदल गया।

हमला उस वक्त हुआ जब एक पर्यटकों का दल पहलगाम के एक लोकप्रिय स्थल पर भ्रमण कर रहा था। अचानक घात लगाकर बैठे आतंकियों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी। गोलियों की आवाज सुनकर आसपास अफरातफरी मच गई। पर्यटकों ने किसी तरह जान बचाकर छिपने की कोशिश की, लेकिन हमलावरों की बौछार से बचना मुश्किल था। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, गोलियों की चपेट में आने से एक पर्यटक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 20 लोग घायल हुए हैं जिनमें कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।

हमले की खबर मिलते ही सुरक्षाबल घटनास्थल पर पहुंचे और पूरे क्षेत्र को घेर लिया। पहलगाम के आसपास के पहाड़ी इलाकों में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के संयुक्त दल ने मोर्चा संभाल लिया है और हमलावरों की तलाश जारी है। चूंकि हमला अचानक और सुनियोजित तरीके से किया गया, सुरक्षाबलों को आशंका है कि यह घटना आतंकी संगठन की एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा हो सकती है, जिसका उद्देश्य घाटी में अशांति फैलाना और पर्यटन उद्योग को चोट पहुंचाना है।

घायलों को तुरंत इलाज के लिए नजदीकी अस्पतालों में भेजा गया है, जहां कई की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। प्रशासन ने अस्पतालों में इमरजेंसी अलर्ट घोषित कर दिया है और अतिरिक्त चिकित्सकीय दलों को तैनात किया गया है। वहीं, घटनास्थल पर मौजूद चश्मदीदों के अनुसार, हमला इतना अचानक और भयानक था कि लोग कुछ समझ पाते उससे पहले ही चारों ओर अफरा-तफरी मच गई। “हम लोग बस से नीचे उतर कर तस्वीरें खींच रहे थे, तभी गोलियों की आवाज आई। लोग चिल्ला रहे थे, कुछ जमीन पर गिर गए, कुछ भागे। हमने कभी ऐसा मंजर नहीं देखा था,” एक घायल पर्यटक ने कांपती आवाज में बताया।

इस हमले ने एक बार फिर कश्मीर घाटी में सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पहलगाम, जो कि हमेशा से पर्यटकों की पहली पसंद रहा है, वहां इस तरह का हमला न केवल निर्दोष लोगों की जान पर बना खतरा है, बल्कि राज्य की शांति और पर्यटन-आधारित अर्थव्यवस्था पर भी गहरा प्रहार है। पर्यटन सीजन के बीच हुए इस हमले से आम जनमानस और व्यवसायिक वर्ग में दहशत का माहौल है।

इस घटना की चारों ओर कड़ी निंदा हो रही है। केंद्र और राज्य सरकार ने हमले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं और आतंकियों को जल्द पकड़ने का भरोसा दिलाया है। सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट पर रखा गया है और पहलगाम सहित आस-पास के इलाकों में चौकसी बढ़ा दी गई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से भी स्थिति पर नजर रखी जा रही है।

फिलहाल पहलगाम में पर्यटकों की आवाजाही पर अस्थायी रोक लगा दी गई है और सभी होटलों और ट्रैवल एजेंसियों को सतर्क किया गया है। यह हमला जहां एक ओर मानवीय त्रासदी बनकर सामने आया है, वहीं दूसरी ओर एक बड़ा सवाल भी खड़ा करता है—क्या कश्मीर वास्तव में सुरक्षित है?

इस आतंकी हमले की चपेट में आए परिवारों का दर्द शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। एक ओर जहां कुछ पर्यटक हमेशा के लिए लौटने से वंचित रह गए, वहीं कई घायलों की जिंदगी अब अस्पतालों में जीवन और मौत के बीच झूल रही है। जम्मू-कश्मीर प्रशासन और देश की सुरक्षा एजेंसियों के लिए यह वक्त परीक्षा का है कि वे आतंकियों को कब तक और कैसे काबू में लाते हैं और आम नागरिकों का विश्वास बहाल करते हैं।

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