पाकिस्तान: खैबर पख्तूनख्वा की मस्जिद में आत्मघाती धमाका, 10 लोगों की मौत, कई घायल

पाकिस्तान: खैबर पख्तूनख्वा की मस्जिद में आत्मघाती धमाका, 10 लोगों की मौत, कई घायल
पाकिस्तान के अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में शुक्रवार को जुमे की नमाज के दौरान एक बड़े आत्मघाती हमले में 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि 12 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह धमाका अक्कोरा खट्टक इलाके में स्थित प्रसिद्ध जामिया हक्कानिया मदरसे की मस्जिद में हुआ, जहां बड़ी संख्या में लोग नमाज अदा करने के लिए एकत्र हुए थे।
हमले का तरीका और प्रारंभिक जांच
प्रत्यक्षदर्शियों और पुलिस के अनुसार, एक आत्मघाती हमलावर नमाज के दौरान मस्जिद में दाखिल हुआ और उसने भीड़ के बीच खुद को विस्फोटक से उड़ा लिया। धमाके के तुरंत बाद इलाके में भगदड़ मच गई, और कई लोग मलबे में दब गए।
खैबर पख्तूनख्वा पुलिस महानिरीक्षक जुल्फिकार हमीद ने बताया कि प्राथमिक जांच के अनुसार यह एक आत्मघाती हमला था, और सुरक्षाबलों को मौके से विस्फोटक सामग्री के अवशेष मिले हैं। पुलिस और सुरक्षाबलों ने इलाके को घेर लिया है और जांच जारी है।
धमाके में धार्मिक नेता भी घायल
इस हमले में प्रसिद्ध इस्लामी नेता मौलाना हमीदुल हक हक्कानी भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं। मौलाना हमीदुल हक का ताल्लुक जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम समीउल हक (जेयूआई-एस) से है और वे मदरसे से भी जुड़े हुए थे। उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।
घायलों का इलाज जारी, कई की हालत गंभीर
धमाके में घायल हुए लोगों को पेशावर के लेडी रीडिंग अस्पताल और अन्य स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। अस्पताल सूत्रों का कहना है कि कई घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है और मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है। डॉक्टरों की एक विशेष टीम घायलों का इलाज कर रही है, जबकि प्रशासन ने इलाके में आपातकाल घोषित कर दिया है।
हमले की जिम्मेदारी किसने ली?
अब तक किसी भी आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन सुरक्षाबलों को शक है कि यह हमला इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत (आईएसकेपी) या उसके सहयोगी गुट दाएश के आतंकियों द्वारा किया गया हो सकता है। खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान प्रांत में हाल के महीनों में आईएसकेपी द्वारा कई बड़े हमले किए गए हैं, जिसमें सुरक्षाबलों और धार्मिक नेताओं को निशाना बनाया गया था।
सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर
घटना के बाद पूरे खैबर पख्तूनख्वा में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। मस्जिदों और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है, और संभावित आतंकी ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियां भी इस हमले के पीछे के मास्टरमाइंड की तलाश कर रही हैं।
प्रधानमंत्री और गृह मंत्री की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस हमले की निंदा की है और कहा है कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कड़ी सजा दी जाएगी। गृह मंत्री ने भी घटना की जांच के लिए एक विशेष कमेटी गठित करने का आदेश दिया है और कहा है कि इस तरह के कृत्य आतंक फैलाने के लिए किए जा रहे हैं, लेकिन सरकार और सेना मिलकर आतंकवाद को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
पिछले हमलों से जुड़ाव की जांच
विशेषज्ञों का मानना है कि इस हमले का संबंध हाल ही में पाकिस्तान में हुए अन्य आतंकी हमलों से हो सकता है। इससे पहले, पेशावर की एक मस्जिद में हुए आत्मघाती हमले में 100 से अधिक लोग मारे गए थे, जिसकी जिम्मेदारी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने ली थी। सुरक्षा एजेंसियां अब यह जांच कर रही हैं कि क्या इस ताजा हमले में भी वही गुट शामिल है या कोई अन्य संगठन इसके पीछे है।
स्थिति पर कड़ी निगरानी
अधिकारियों ने आम जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है और कहा है कि इस तरह के हमलों से घबराने की जरूरत नहीं है। सुरक्षाबलों ने इलाके में अभियान तेज कर दिया है और संदिग्धों की धरपकड़ जारी है।
इस घटना ने एक बार फिर पाकिस्तान में बढ़ती आतंकवादी गतिविधियों पर चिंता बढ़ा दी है और सरकार के लिए सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की चुनौती खड़ी कर दी है।