PM Modi Rozgar Mela: रोजगार मेला 2025: “बिना पर्ची, बिना खर्ची” से युवाओं को सरकारी नौकरी, PM मोदी का संदेश
नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए 16वें रोजगार मेले का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने 51,000 से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे और “बिना पर्ची, बिना खर्ची” के नारे के साथ नौकरी प्रणाली में पारदर्शिता का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि यह नारा अब नई सरकारी कार्यशैली की पहचान बन चुका है।
प्रधानमंत्री ने इस मौके पर कहा, “हमारा प्रयास है कि हर नौजवान को उसकी मेहनत का फल मिले, बिना किसी सिफारिश और खर्च के।” विपक्ष पर तंज कसते हुए उन्होंने जोड़ा, “बिना पर्ची, बिना खर्ची अब हमारी पहचान बन चुकी है।”
राष्ट्रसेवा ही ध्येय
पीएम मोदी ने नियुक्त होने वाले युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज से वे देश सेवा का बड़ा मंच संभाल रहे हैं। चाहे वे भारतीय रेल, डाक विभाग, या सुरक्षा बलों में शामिल हो रहे हों—हर किसी की भूमिका राष्ट्र निर्माण में अत्यंत महत्वपूर्ण है।
उन्होंने ज़ोर देकर कहा: “पद कोई भी हो, कार्य कोई भी हो, मगर ध्येय एक है—राष्ट्रसेवा। नागरिकों को सर्वोपरि मानना ही हमारी प्राथमिकता है।”
विदेश यात्रा और युवाओं के लिए अवसर
पीएम मोदी ने अपनी हालिया 5 देशों की यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि हर देश में भारत की युवा शक्ति की सराहना हुई है। उन्होंने कहा कि उनकी यात्राओं के दौरान जो समझौते हुए हैं, उनसे देश के डिफेंस, फार्मा, डिजिटल टेक्नोलॉजी, और रेयर अर्थ मिनरल्स जैसे क्षेत्रों में नौकरियों और विकास के नए अवसर पैदा होंगे।
पहली प्राइवेट नौकरी वालों को ₹15,000 की मदद
मोदी ने ऐलान किया कि सरकार ने Employment Linked Incentive Scheme को मंजूरी दी है, जिसके तहत जो युवा प्राइवेट सेक्टर में पहली बार नौकरी करेंगे, उन्हें सरकार की ओर से ₹15,000 की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
इसके लिए सरकार ने ₹1 लाख करोड़ का बजट तय किया है और इसका लक्ष्य है साढ़े 3 करोड़ नए रोजगार का सृजन।
निष्कर्ष
रोजगार मेले के जरिए केंद्र सरकार की यह कोशिश है कि नौकरी की प्रक्रिया को पारदर्शी और मेरिट आधारित बनाया जाए। लाखों युवाओं को इस पहल से न केवल सशक्तिकरण मिलेगा, बल्कि वे राष्ट्र निर्माण में भी सक्रिय भागीदार बनेंगे। पीएम मोदी का यह संदेश स्पष्ट है—योग्यता ही चयन की कुंजी है।