Rajasthan: जमवारामगढ़ में खौफनाक सड़क हादसा, खाटू श्याम दर्शन को जा रहे परिवार के पांच लोगों की दर्दनाक मौत
राजस्थान की राजधानी जयपुर के पास जमवारामगढ़ क्षेत्र में रविवार सुबह एक दिल दहला देने वाला सड़क हादसा हुआ, जिसमें एक ही परिवार के पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। यह हादसा मनोहरपुर-दौसा नेशनल हाईवे-148 पर नेकावाला टोल प्लाजा के पास हुआ, जब एक कार और ट्रेलर में भीषण भिड़ंत हो गई। मृतकों में एक साल का मासूम बच्चा, दो महिलाएं और दो पुरुष शामिल हैं। इस हादसे ने न सिर्फ एक परिवार को तबाह कर दिया, बल्कि पूरे इलाके में मातम पसरा दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह परिवार उत्तर प्रदेश से खाटू श्याम मंदिर में दर्शन के लिए जा रहा था। जैसे ही उनकी कार नेकावाला टोल प्लाजा के पास पहुंची, तेज गति से आ रहे एक ट्रेलर ने कार को सीधे टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार के परखच्चे उड़ गए और उसमें सवार सभी पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। दुर्घटना के बाद हाईवे पर लंबा जाम लग गया और अफरा-तफरी मच गई।
घटना की सूचना मिलते ही जमवारामगढ़ पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को कार से बाहर निकाल कर पास के सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में भिजवाया। पुलिस ने अज्ञात ट्रेलर चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है। कार पर उत्तर प्रदेश का नंबर प्लेट लगा हुआ था, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि यह परिवार उत्तर प्रदेश का निवासी था और धार्मिक यात्रा पर निकला था।
हादसे की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी और उसे काटकर शवों को बाहर निकाला गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसा इतना भयानक था कि देखने वालों की भी रूह कांप गई। स्थानीय लोगों और राहगीरों ने पुलिस को सूचना देने के साथ-साथ राहत कार्यों में भी मदद की।
यह हादसा एक बार फिर यह सवाल खड़ा करता है कि हाईवे पर भारी वाहनों की तेज रफ्तार और लापरवाही कितनी जानलेवा साबित हो सकती है। खाटू श्याम जैसे धार्मिक स्थलों की यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं की जान इस तरह सड़क पर चली जाना बेहद दुखद और चिंताजनक है।
पुलिस अब ट्रेलर की पहचान और उसके चालक की तलाश में जुटी है। परिवार के अन्य सदस्यों को भी सूचना दे दी गई है और शवों की शिनाख्त प्रक्रिया चल रही है। प्रशासन ने इस दुर्घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना जताई है।
इस भीषण हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सड़क पर तेज रफ्तार और भारी वाहनों की लापरवाही से हर साल सैकड़ों जिंदगियां ऐसे ही हादसों में खत्म हो जाती हैं। अब देखना यह है कि इस हादसे के बाद प्रशासन और परिवहन विभाग इस दिशा में कोई ठोस कदम उठाते हैं या नहीं।