RCB Victory Parade: RCB की जीत का जश्न बना मातम, भगदड़ में 11 की मौत, FIR दर्ज पर कोई नामजद नहीं

RCB Victory Parade: RCB की जीत का जश्न बना मातम, भगदड़ में 11 की मौत, FIR दर्ज पर कोई नामजद नहीं
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की पहली आईपीएल ट्रॉफी जीतने की खुशी का जश्न उस वक्त मातम में बदल गया, जब बुधवार को चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई। इस दर्दनाक घटना में 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि 33 लोग घायल हुए हैं।
घटना के बाद पूरे शहर में शोक की लहर है। हजारों की संख्या में लोग RCB की ऐतिहासिक जीत का जश्न मनाने स्टेडियम के बाहर जुटे थे। लेकिन भीड़ पर नियंत्रण नहीं रखा जा सका और एकाएक मची अफरा-तफरी में लोग एक-दूसरे पर गिरते चले गए।
अब इस मामले में बेंगलुरु पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है। यह एफआईआर “अप्राकृतिक मौत” की धाराओं के तहत दर्ज की गई है, लेकिन इसमें किसी व्यक्ति को आरोपी नहीं बनाया गया है। पुलिस ने अभी तक किसी के खिलाफ नामजद कार्रवाई नहीं की है, बल्कि अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मामले की गहन जांच की जा रही है। भीड़ प्रबंधन में किस स्तर पर चूक हुई, किसकी जिम्मेदारी बनती है, और क्या आयोजकों ने आवश्यक अनुमति और सुरक्षा व्यवस्था की थी, इन सभी पहलुओं पर पुलिस ध्यान केंद्रित कर रही है।
शहर के अधिकारियों और आयोजकों पर भी सवाल उठने लगे हैं कि क्या एक इतने बड़े कार्यक्रम के लिए उचित पुलिस बंदोबस्त और भीड़ नियंत्रण के उपाय किए गए थे। चश्मदीदों ने आरोप लगाया कि मैदान के बाहर कोई समुचित मार्गदर्शन नहीं था, और जैसे ही कुछ खिलाड़ी स्टेडियम के पास नजर आए, वहां भारी भीड़ उमड़ पड़ी जिससे भगदड़ जैसी स्थिति बन गई।
RCB की ऐतिहासिक जीत के जश्न का यह दुखद मोड़ पूरे देश के लिए चेतावनी है कि भीड़ नियंत्रण और सार्वजनिक सुरक्षा को लेकर गंभीरता बरती जाए। जहां एक तरफ यह जीत लाखों फैन्स के लिए गौरव का क्षण है, वहीं दूसरी तरफ यह हादसा आयोजनों की लापरवाही की बड़ी कीमत बन गया।
अब सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि पुलिस जांच में क्या निष्कर्ष निकलते हैं, और क्या इस घटना के लिए किसी को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।