SLBC Tunnel: मलबा, पानी और लोकेशन…तेलंगाना में सुरंग में फंसे मजदूरों का क्यों नहीं हो पा रहा रेस्क्यू?

SLBC Tunnel: मलबा, पानी और लोकेशन...तेलंगाना में सुरंग में फंसे मजदूरों का क्यों नहीं हो पा रहा रेस्क्यू?

SLBC Tunnel: तेलंगाना के नागरकुरनूल जिले के श्रीसैलम सुरंग नहर परियोजना का निर्माणाधीन हिस्सा ढह जाने के कारण 8 श्रमिक अंदर फंस गए हैं. सुरंग के अंदर फंसे 8 श्रमिकों को रेस्क्यू ऑपरेशन रविवार (23 फरवरी 2025 ) को भी जारी है. रेस्क्यू ऑपरेशन में सेना और NDRF की टीमें जुटी हैं. सुरंग में लगभग 14 किलोमीटर गहराई में फंसे कर्मियों को सुरक्षित निकालने के लिए अभियान चलाया जा रहा है.

राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) के अधिकारियों ने ANI को बताया कि ‘मलबे के ढेर के कारण सुरंग क्षेत्र का लगभग 200 मीटर हिस्सा अवरुद्ध हो गया है, इस कारण फंसे हुए श्रमिकों से संपर्क स्थापित करने और उनके ‘सटीक स्थान’ की पुष्टि करने में वो सक्षम नहीं हैं.’ृ

टनल में फंसे श्रमिकों से नहीं हो पाया संपर्क

NDRF के डिप्टी कमांडर सुखेंदु दत्ता ने अधिकारियों ने बताया कि बीते रोज (शनिवार) को रात के लगभग 10 बजे हम टनल के अंदर हालात का जायजा लेने गए थे. टनल के अंदर 13 किमी की गहराई में 11 किमी तक हमने कवर कर लिया था, और बाकी 2 किमी तक हम कन्वेयर बेल्ट के सहारे आगे गए. जब हम टीबीएम (टनल बोरिंग मशीन) के अंत तक पहुंचे तो हमने फंसे हुए श्रमिकों के नाम लेकर उनसे संपर्क स्थापित करने की कोशिश की लेकिन हमें कोई आवाज नहीं सुनाई दी.

उन्होंने कहा, ‘जब तक मलबा साफ नहीं हो जाता, तब तक टनल में फंसे हुए लोगों की लोकेशन मिल पाना मुश्किल है और रेस्क्यू ऑपरेशन भी बाधित होगा. सुरंग के 11-13 किमी के बीच के हिस्से में पानी भरा हुआ है और जब तक पानी नहीं हटाया जाएगा, मलबे की सफाई का काम शुरू नहीं हो पाएगा.’

 

NDRF के अधिकारी ने आगे कहा, फंसे हुए श्रमिकों को बचाने के लिए सबसे पहले बचावकर्मियों को पानी निकालने की प्रक्रिया पूरी करनी होगी और फिर मलबा हटाना होगा. इसके बाद ही टनल में फंसे लोगों को रेस्क्यू कर पाएंगे.’ इस रेस्क्यू ऑपरेशन में NDRF और SDRF के साथ सेना भी जुटी है.

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