Mumbai School Bomb Threat: मुंबई के दो बड़े स्कूलों को मिली बम धमकी, पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर
मुंबई: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई एक बार फिर बम धमाके की धमकी से दहल उठी है। इस बार शहर के दो प्रतिष्ठित स्कूलों — देवनार स्थित कनाकिया इंटरनेशनल स्कूल और कांदिवली के समतानगर इलाके में स्थित रायन इंटरनेशनल स्कूल — को अज्ञात व्यक्ति द्वारा ईमेल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। धमकी भरे इस ईमेल ने न सिर्फ स्कूल प्रशासन बल्कि छात्रों के अभिभावकों और पूरे सुरक्षा तंत्र को हिला कर रख दिया है।
मुंबई पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए देवनार और समतानगर पुलिस थानों में अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। बम निरोधक दस्ते और डॉग स्क्वॉड की मदद से दोनों स्कूल परिसरों की गहन तलाशी ली गई, हालांकि अब तक कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है। सुरक्षा एजेंसियों ने अलर्ट जारी कर दिया है और स्कूलों के आसपास की निगरानी बढ़ा दी गई है।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, “हम मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं और धमकी भरे मेल भेजने वाले की पहचान के लिए साइबर टीम को सक्रिय किया गया है।” फिलहाल किसी भी तरह की गड़बड़ी की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच तेज कर दी गई है।
यह कोई पहली बार नहीं है जब मुंबई को इस तरह की धमकी मिली हो। पिछले कुछ हफ्तों में शहर को कई बार बम धमाकों की चेतावनी दी जा चुकी है। हाल ही में अमेरिकी महावाणिज्य दूतावास (US Consulate) को बम से उड़ाने की धमकी भरा फोन कॉल मिला था। इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए बीकेसी पुलिस स्टेशन और बम निरोधक दस्ते ने क्षेत्र की जांच की थी, लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं पाया गया।
इससे पहले 31 मई को ग्रैंड हयात होटल को बम की धमकी मिली थी। वहां भी पुलिस और बम स्क्वॉड ने तत्काल सर्च ऑपरेशन चलाया, लेकिन वह भी फर्जी निकली।
लगातार आ रही इन धमकियों ने मुंबई की सुरक्षा व्यवस्था को गंभीर चुनौती में डाल दिया है। खासकर स्कूलों को निशाना बनाए जाने से अभिभावकों की चिंता कई गुना बढ़ गई है। स्कूल प्रशासन ने सुरक्षा के इंतजामों को और पुख्ता किया है, वहीं मुंबई पुलिस ने भी अतिरिक्त बल की तैनाती कर दी है।
पुलिस विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें, लेकिन सतर्क जरूर रहें। यदि कोई संदिग्ध गतिविधि दिखाई दे तो तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन को सूचित करें।
इन घटनाओं ने यह स्पष्ट कर दिया है कि कुछ असामाजिक तत्व मुंबई की शांति और सुरक्षा को चुनौती देने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे में सुरक्षा एजेंसियों की तत्परता और आम नागरिकों की सजगता ही इन कोशिशों को नाकाम कर सकती है।