Bikram Majithia Vigilance Raid: अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के घर विजिलेंस का छापा, मजीठिया बोले- “डराने की कोशिश नाकाम होगी”
अमृतसर, 25 जून 2025 पंजाब की राजनीति में एक बार फिर से हलचल मच गई है। पूर्व मंत्री और शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के अमृतसर स्थित आवास पर विजिलेंस विभाग की टीम ने बुधवार सुबह छापेमारी की। हालांकि इस छापेमारी के पीछे किस केस की जांच की जा रही है, यह अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन मजीठिया और उनकी पार्टी ने इसे राजनीतिक बदले की कार्रवाई करार दिया है।
सुबह करीब 30 अधिकारियों की टीम उनके आवास पर पहुंची और पूरे परिसर की तलाशी शुरू की। मजीठिया की पत्नी गनीव कौर मजीठिया भी उस समय घर पर ही मौजूद थीं।
बिक्रम मजीठिया ने इस कार्रवाई के दौरान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया जिसमें वह विजिलेंस टीम के अधिकारियों से सवाल-जवाब करते दिखाई देते हैं। उन्होंने कहा, “मैं तो घर पर आराम से बैठा था, लेकिन आप लोग सादी वर्दी में जबरदस्ती धक्कामुक्की करते हुए अंदर घुस आए। कम से कम यूनिफॉर्म में तो आना चाहिए था, कोई भी खुद को एसपी बता सकता है।”
मजीठिया ने भगवंत मान सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
मजीठिया ने कहा कि राज्य सरकार झूठे केस के जरिए उन्हें फंसाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, “जब सरकार को ड्रग केस में कुछ नहीं मिला तो अब नया झूठा केस तैयार किया जा रहा है। आप जितने चाहें उतने केस दर्ज कर लीजिए, मैं डरने वाला नहीं हूं। न आपकी सरकार मेरी आवाज दबा सकती है और न ही सच्चाई को मिटा सकती है।”
उन्होंने आगे कहा, “मुझे अकाल पुरुख और गुरु साहिब पर पूरा विश्वास है। अंतिम विजय सत्य की होगी।”
‘मेरी पत्नी और बच्चों को गोल्डन टेंपल जाने से रोका गया’
वीडियो में मजीठिया आरोप लगाते हैं कि विजिलेंस टीम ने उनकी पत्नी और बच्चों को श्री हरमंदिर साहिब जाने से रोक दिया। उन्होंने पूरे घटनाक्रम की वीडियो रिकॉर्डिंग कराने के निर्देश दिए और मीडिया को बुलाने को कहा।
टीम और मजीठिया के बीच तीखी बहस
वीडियो में देखा गया कि जब मजीठिया ने टीम से पूछताछ शुरू की तो एक अधिकारी, जो खुद को एसपी बता रहे थे, बोले कि “कैमरों और पब्लिक के सामने कैसे पूछताछ करें?” इस पर मजीठिया ने पलटते हुए कहा, “आप जांच के नाम पर घर में घुस आए, अब सार्वजनिक जवाब भी देना होगा।”
विजिलेंस की सफाई
टीम में मौजूद सदस्यों ने सफाई दी कि विजिलेंस टीमें यूनिफॉर्म में नहीं आतीं और यह एक जांच की प्रक्रिया है। हालांकि, मजीठिया ने यह भी स्पष्ट किया कि अगर कोई कानूनी कार्रवाई होनी है तो वो उसका विरोध नहीं कर रहे, लेकिन जबरदस्ती और राजनीति प्रेरित कार्रवाई को स्वीकार नहीं किया जा सकता।
इस घटनाक्रम ने पंजाब की सियासत में एक बार फिर गर्मी ला दी है। अकाली दल इसे सरकार की विपक्षी नेताओं को डराने की साज़िश बता रहा है, जबकि सरकार की ओर से अब तक कोई औपचारिक बयान सामने नहीं आया है।