Atlive noida लोक गीत कलाकारों का मंच, संस्कृति की पहचान – स्मृति अग्रवाल

Atlive noida लोक गीत कलाकारों का मंच, संस्कृति की पहचान - स्मृति अग्रवाल

नोएडा में बंगाली लोकगीत की शाम, चाँद साज़ फूल मून विद फॉल्क मेलोडी – Atlive Noida

एक सुरमयी पूर्णिमा की सांझ, जहाँ बंगाल की राग करेंगे दिलो पे राज, संगीत प्रेमियों के लिए एक जादुई शाम ! Atlive लेकर आ रहा है “चाँद साज़ – “Tomaye Kori Pronam”, यानी “तुम्हें प्रणाम करता हूँ” एक अनूठा म्यूज़िकल इवेंट जो 9 मई 2025, शुक्रवार की शाम 8 बजे से नोएडा के Atlive Café में आयोजित किया जाएगा। यह सांस्कृतिक संध्या समर्पित है बंगाल की संगीत परंपरा को विशेष रूप से बंगाली लोक संगीत और रवींद्रनाथ ठाकुर द्वारा रचित कालजयी रवींद्र संगीत को। इस सुरमयी शाम को भावनाओं और संगीत के रेशमी धागों से और भी यादगार बनाएंगे देश के तीन ख्यातिप्राप्त कलाकार – प्रसून मुखर्जी, कुमकुम मुखर्जी, और मिहिर बसु । ये कलाकार न केवल अपनी प्रस्तुति से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध करेंगे, बल्कि रवींद्र संगीत और बंगाली लोक-धुनों से रूबरू कराएंगे।

पूर्णिमा की इस सांझ में जब चाँद अपनी शीतल रोशनी बिखेरेगा, तब सुर, शब्द और भावना एक साथ होकर रचेंगे एक ऐसा संगीतमय वातावरण, जिसे लंबे समय तक याद किया जाएगा। यह केवल एक संगीतमय प्रस्तुति नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक नमन है , एक विनम्र प्रणाम है उस धरोहर को, जिसने भारतीय कला को आत्मिक गहराई प्रदान की और साहित्य को वैश्विक पहचान दिलाई । atlive लोकगीत, कला और संगीत के माध्यम से कॉरपोरेट सिटी नोएडा के लोगो को परम्पराओं और संस्कृति से जुड़ने का अवसर देता है ।

 

 

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