अमेरिका ही नहीं, अब इन देशों से भी वापस भेजे जाएंगे अवैध अप्रवासी! जानें ट्रंप का एक्शन प्लान

Costa Rica on US Deportation Drive: पनामा और ग्वाटेमाला के रास्ते पर चलते हुए अब कोस्टा रिका ने सोमवार (17 फरवरी) को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक्शन प्लान पर सहमति जता दी है. कोस्टा रिका ने घोषणा की है कि वह संयुक्त राज्य अमेरिका से डिपोर्ट किए जा रहे अवैध अप्रवासियों, जो विभिन्न देशों के रहने वाले हैं, को स्वीकार करने के लिए तैयार है.
सेंट्रल अमेरिकन देश के राष्ट्रपति कार्यालय ने एक बयान जारी कर कहा कि अमेरिका से बुधवार (19 फरवरी) को सेंट्रल एशिया और भारत के 200 अप्रवासी एक कॉमर्शियल फ्लाइट से कोस्टा रिका पहुंचेंगे. कोस्टा रिका के राष्ट्रपति कार्यालय ने अपने बयान में कहा, “ कोस्टा रिका की सरकार संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ 200 अवैध अप्रवासियों को उनके देश वापस भेजने में सहयोग करने के लिए सहमत हो गई है. यह सभी अवैध अप्रवासी सेंट्रल एशिया और भारत के रहने वाले हैं.”
क्या है कोस्टा रिका का प्लान?
अमेरिका से अवैध अप्रवासियों का पहला ग्रुप एक कॉमर्शियल फ्लाइट से बुधवार (19 फरवरी) को कोस्टा रिका पहुंचने वाला है. जहां से उन्हें पनामा की सीमा के नजदीक एक अस्थायी माइग्रेंट केयर सेंटर में रखा जाएगा. इसके बाद उन सभी अप्रवासियों को उनके मूल देश भेज दिया जाएगा. कोस्टा रिका ने स्पष्ट किया है कि इस पूरी प्रक्रिया के लिए इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन फॉर माइग्रेशन (IOM) की देखरेख में अमेरिकी सरकार द्वारा फंडिंग की जाएगी.
डोनाल्ड ट्रंप के अभियान में तीसरा सहयोगी बना कोस्टा रिका
20 जनवरी को राजधानी वॉशिंगटन डीसी में अमेरिकी राष्ट्रपति के तौर पर डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण के बाद अमेरिका से अप्रवासियों के वापसी में सहयोग करने वाला कोस्टा रिका तीसरा देश है. इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो की हाल ही में लैटिन अमेरिकी यात्रा के दौरान पनामा और ग्वाटेमाला ने इसी प्रकार के समझौते पर अपनी सहमति जताई थी.
एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, लैटिन अमेरिका ही संयुक्त राज्य अमेरिका के करीब 11 मिलियन बिना कागजात वाले अप्रवासियों के रहने का मूल ठिकाना है, जो एक बेहतर जीवन की तलाश में कई खतरनाक इलाकों की यात्राएं करते हैं.