Ajit Pawar: अजित पवार का सख्त संदेश: मुस्लिमों को धमकाने वालों को नहीं मिलेगी माफी

Ajit Pawar: अजित पवार का सख्त संदेश: मुस्लिमों को धमकाने वालों को नहीं मिलेगी माफी
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने नागपुर हिंसा के बाद मुस्लिम समुदाय को सुरक्षा का भरोसा दिलाया है। मुंबई में इफ्तार पार्टी के दौरान उन्होंने कहा कि मुस्लिमों को धमकाने वालों और कानून तोड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह कोई भी हो। पवार ने कहा कि रमजान एकता और भाईचारे का प्रतीक है और इसे सभी धर्मों को अपनाना चाहिए।
इस बीच, महाराष्ट्र सरकार ने नागपुर हिंसा की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी है। नागपुर के नंदनवन और कपिलनगर थाना क्षेत्रों से कर्फ्यू हटा लिया गया है, जबकि अन्य क्षेत्रों में आंशिक राहत दी गई है।
शुक्रवार शाम तक हिंसा के मामले में पुलिस ने 105 लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें 10 किशोर भी शामिल हैं। मुख्य आरोपी फहीम खान ने जमानत के लिए अर्जी दी है, जिसमें उसने खुद को राजनीतिक साजिश का शिकार बताया है।
17 मार्च को नागपुर में विश्व हिंदू परिषद द्वारा किए गए प्रदर्शन के बाद हिंसा भड़क गई थी। प्रदर्शन के दौरान एक प्रतीकात्मक कब्र जलाए जाने के वीडियो वायरल होने के बाद उपद्रवियों ने पथराव और आगजनी की थी, जिसमें पुलिस अधिकारी भी घायल हुए थे।
इस विवाद की जड़ समाजवादी पार्टी विधायक अबू आजमी का बयान था, जिसमें उन्होंने औरंगजेब को क्रूर शासक मानने से इनकार किया था। इस पर विरोध बढ़ने के बाद महाराष्ट्र विधानसभा में उन्हें पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया था। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी उनके बयान की आलोचना की थी।
औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग को लेकर भी राजनीति गर्मा गई है। भाजपा सांसद उदयनराजे भोंसले और तेलंगाना भाजपा विधायक टी राजा सिंह ने कब्र गिराने की मांग की है। इतिहासकारों के अनुसार, औरंगजेब की कब्र 1707 में खुल्दाबाद में बनाई गई थी और बाद में ब्रिटिश वायसरॉय कर्जन ने उसे संगमरमर से बनवाया था।