Delhi Pollution: दिल्ली-NCR में बिगड़ती हवा पर सख्ती, वायु गुणवत्ता ‘खराब’ स्तर पर पहुंची, GRAP स्टेज-1 तत्काल प्रभाव से लागू

Delhi Pollution: दिल्ली-NCR में बिगड़ती हवा पर सख्ती, वायु गुणवत्ता ‘खराब’ स्तर पर पहुंची, GRAP स्टेज-1 तत्काल प्रभाव से लागू
नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर एक बार फिर वायु प्रदूषण की चपेट में है। खराब होती हवा की गुणवत्ता को देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने 7 जून 2025 को ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के स्टेज-1 को तत्काल प्रभाव से लागू करने का निर्णय लिया है। यह कदम उस समय उठाया गया जब राजधानी का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 209 दर्ज किया गया, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है।
CAQM की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) और भारतीय उष्णदेशीय मौसम संस्थान (IITM) के अनुसार, अगले कुछ दिनों में AQI मुख्य रूप से ‘खराब’ श्रेणी (201-300) में रहने की संभावना है। इस पूर्वानुमान और मौसम संबंधी विश्लेषण के आधार पर GRAP उप-समिति की आपात बैठक बुलाई गई, जिसमें स्टेज-1 उपायों को तुरंत लागू करने का निर्णय लिया गया।
GRAP स्टेज-1 के अंतर्गत लागू होने वाले प्रमुख प्रतिबंधों और उपायों में शामिल हैं:
- निर्माण और तोड़-फोड़ की गतिविधियों पर आंशिक प्रतिबंध
- ट्रैफिक की निगरानी और प्रबंधन में सख्ती
- प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों की सीमित गतिविधि
- सड़कों की यांत्रिक सफाई और पानी का छिड़काव
- धूल नियंत्रण के लिए कड़ी निगरानी
CAQM ने साथ ही नागरिकों से भी सक्रिय सहयोग की अपील की है और निम्नलिखित दिशा-निर्देशों का पालन करने को कहा है:
- अपने वाहनों के इंजन और टायर की नियमित जांच करें
- प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र (PUC) अपडेट रखें
- ट्रैफिक सिग्नल पर इंजन बंद करें और वाहन को अनावश्यक रूप से स्टार्ट न रखें
- हाइब्रिड या इलेक्ट्रिक वाहनों को प्राथमिकता दें
- खुले में कचरा न जलाएं
- प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियों की शिकायत ‘311’, ‘ग्रीन दिल्ली’ या ‘समीर’ ऐप पर दर्ज करें
- अधिक से अधिक पेड़ लगाएं
- पर्यावरण-अनुकूल तरीके से त्योहार मनाएं, पटाखों से परहेज करें
- 10 या 15 साल पुराने डीजल/पेट्रोल वाहनों का उपयोग न करें
एक महीने में दूसरी बार GRAP लागू
यह पहली बार नहीं है कि राजधानी की हवा इतनी बिगड़ी है। पिछले एक महीने में यह दूसरी बार है जब दिल्ली-एनसीआर में GRAP-1 को लागू करना पड़ा है। कुछ दिन पहले एक भीषण धूल भरी आंधी ने हवा की गुणवत्ता को और खराब कर दिया था, जिससे AQI एक बार फिर खतरनाक सीमा के करीब पहुंच गया। इस बार प्रशासन पहले से सतर्क है और निगरानी को बढ़ा दिया गया है।
CAQM और दिल्ली प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे व्यक्तिगत स्तर पर जिम्मेदारी निभाएं, ताकि वायु प्रदूषण की इस बार-बार लौटने वाली चुनौती को प्रभावी ढंग से रोका जा सके। विशेष रूप से बच्चों, बुजुर्गों और सांस की बीमारी से पीड़ित लोगों को घर के अंदर रहने और बाहरी गतिविधियों को सीमित करने की सलाह दी गई है।