Faridabad: ग्रेटर फरीदाबाद के प्रिंसेस पार्क सोसायटी में डॉग लवर्स और सुरक्षाकर्मियों के बीच भिड़ंत, महिला गार्ड घायल, तीन पर केस दर्ज

Faridabad: ग्रेटर फरीदाबाद के प्रिंसेस पार्क सोसायटी में डॉग लवर्स और सुरक्षाकर्मियों के बीच भिड़ंत, महिला गार्ड घायल, तीन पर केस दर्ज
ग्रेटर फरीदाबाद की प्रिंसेस पार्क सोसायटी में शनिवार देर रात एक बड़ा विवाद सामने आया, जिसमें डॉग लवर्स और सोसायटी के सुरक्षाकर्मियों के बीच कहासुनी इतनी बढ़ गई कि मामला मारपीट तक पहुंच गया। इस दौरान एक महिला सुरक्षाकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गई। पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
घटना रात करीब 12 बजे की बताई जा रही है, जब सोसायटी के मेन गेट पर ड्यूटी पर तैनात गार्ड पूनम (निवासी भीकम कॉलोनी, बल्लभगढ़) की मुलाकात सेक्टर-17 निवासी विपुल चौहान और उसकी पत्नी त्रिवेणी से हुई। गार्ड ने दोनों से गेट पास और एंट्री प्रक्रिया के बारे में पूछा, जिस पर बहस छिड़ गई और मामला बिगड़ गया।
इसी बीच सोसायटी की निवासी दिव्या नायक और सुनीता भी मौके पर आ गईं। आरोप है कि जब गार्ड ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो विपुल ने महिला गार्ड को धक्का देकर गिरा दिया और उसकी पत्नी त्रिवेणी ने पेचकस से गार्ड की जांघ पर वार कर दिया। इस हमले में गार्ड को चोट आई और वहां अफरा-तफरी मच गई।
हालांकि आरोपी पक्ष का कहना है कि महिला गार्ड ने पहले त्रिवेणी के बाल पकड़कर उसे जमीन पर गिराया और उसकी पिटाई की। उनका दावा है कि विपुल केवल अपनी पत्नी को बचाने के लिए बीच में आया था। विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों में हाथापाई हो गई और मौके पर मौजूद किसी व्यक्ति ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया। वीडियो अब तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें दोनों तरफ से धक्का-मुक्की और मारपीट होती साफ दिखाई दे रही है।
फरीदाबाद पुलिस के पीआरओ यशपाल सिंह ने बताया कि शिकायत दर्ज होने के बाद खेड़ीपुल थाना पुलिस ने विपुल चौहान, उसकी पत्नी त्रिवेणी और सोसायटी की निवासी दिव्या नायक के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इनके ऊपर मारपीट, चोट पहुंचाने और जान से मारने की धमकी देने जैसी धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस अब वायरल वीडियो और चश्मदीद गवाहों के आधार पर मामले की गहन जांच कर रही है।
यह घटना न केवल सोसायटी की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाती है, बल्कि डॉग लवर्स और सोसायटी प्रबंधन के बीच लंबे समय से चल रहे विवाद को भी उजागर करती है। सुप्रीम कोर्ट के आवारा कुत्तों से जुड़े हालिया फैसले के बाद देशभर में डॉग लवर्स और स्थानीय निवासियों के बीच टकराव की कई घटनाएं सामने आई हैं, और यह विवाद उसी का हिस्सा माना जा रहा है।