Muzaffarnagar Murder: मुजफ्फरनगर में वॉलीबॉल मैच के ‘फाउल’ पर बवाल, 19 साल के युवक की चाकू मारकर हत्या

Muzaffarnagar Murder: मुजफ्फरनगर में वॉलीबॉल मैच के ‘फाउल’ पर बवाल, 19 साल के युवक की चाकू मारकर हत्या
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां खेल के मैदान में हुआ मामूली झगड़ा खूनी रंजिश में बदल गया। नई मंडी कोतवाली क्षेत्र के मेघाखेड़ी गांव में वॉलीबॉल मैच के दौरान ‘फाउल’ को लेकर दो टीमों के बीच हुए विवाद ने एक 19 वर्षीय युवक की जान ले ली। मृतक की पहचान पारस के रूप में हुई है, जिसे मैच खत्म होने के बाद रास्ते में घेरकर चाकू से गोद दिया गया। गंभीर रूप से घायल पारस की इलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है।
‘फाउल’ से शुरू हुआ झगड़ा बना हत्या की वजह
गुरुवार शाम करीब 5:30 बजे मेघाखेड़ी गांव के मैदान में वॉलीबॉल मैच चल रहा था। खेल के दौरान ‘आउट’ और ‘राइट’ यानी फाउल को लेकर दोनों टीमों के खिलाड़ियों में बहस छिड़ गई। मौके पर मौजूद लोगों ने झगड़ा शांत कराने की कोशिश की, लेकिन मनमुटाव खत्म नहीं हुआ। मैच के बाद जब खिलाड़ी अपने घर लौट रहे थे, तभी एक पक्ष ने पारस को रास्ते में घेर लिया और चाकू से ताबड़तोड़ वार कर दिए।
पारस पर हमला उसके घर के सामने वाली गली में हुआ। चीख-पुकार सुनकर परिजन और पड़ोसी मौके पर पहुंचे और घायल युवक को तुरंत पास के इवान हॉस्पिटल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने इलाज शुरू किया, लेकिन गंभीर चोटों के चलते पारस ने दम तोड़ दिया।
पुलिस मौके पर, एक आरोपी गिरफ्तार
घटना की सूचना मिलते ही एसएसपी मुजफ्फरनगर संजय कुमार वर्मा भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण किया और मृतक के परिजनों से बातचीत की। उन्होंने बताया कि हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है और कठोर कार्रवाई की जाएगी।
एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने कहा, “मेघाखेड़ी गांव में वॉलीबॉल गेम के दौरान फाउल को लेकर झगड़ा हुआ था। दोनों पक्षों के युवक 19−20 वर्ष के हैं। झगड़े के बाद पारस पर चाकू से हमला किया गया, जिससे उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है और अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।”
गांव में तनाव, पुलिस तैनात
घटना के बाद मेघाखेड़ी गांव में तनाव का माहौल है। पुलिस ने एहतियातन गांव में अतिरिक्त बल तैनात किया है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की वारदातों से युवाओं में खेल भावना पर असर पड़ रहा है। ग्रामीणों ने प्रशासन से दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की है।
यह घटना एक बार फिर इस बात की याद दिलाती है कि खेल का मैदान जहां दोस्ती और अनुशासन का प्रतीक होना चाहिए, वहीं कभी-कभी छोटे विवादों के कारण हिंसा और जानलेवा घटनाएं हो जाती हैं।



